कटिहार: पिछले 8 दिन से नए कृषि कानून को लेकर किसान दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं. किसान केंद्र सरकार से कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसान आंदोलन ने राजनीतिक रूप ले लिया है. महागठबंधन के नेता इसका समर्थन कर रहे हैं. कटिहार के कदवा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
शकील अहमद ने कहा है कि अन्नदाता परेशान हैं और देश की सरकार अन्नदाताओं से बात भी नहीं कर रही. विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ अमानवीय व्यवहार हुआ. यह पहली घटना है कि सरकार ने किसानों को रोकने के लिए सड़क खुदवा दिया.
किसानों को हुए नुकसान का अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा असर
कांग्रेस विधायक ने कहा कि सरकार का रवैया अमानवीय है. देश के किसान तबाह और परेशान होंगे तो इसका नुकसान अर्थव्यवस्था को होगा. किसानों की उत्पादन क्षमता नहीं बढ़ेगी. उत्पादित समान की कीमत उन्हें नहीं मिलेगी. मंडी व्यवस्था ठीक नहीं होगी और जिस तरह से कानून ला रहे हैं उससे कॉर्पोरेट सेक्टर को फायदा होगा.
किसानों को फायदा नहीं होगा तो यह आंदोलन का रूप लेगा और यह हर जगह दिखाई पड़ेगा. आज पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और देश के अन्य राज्यों के किसान विचलित हैं. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पद्म विभूषण अवार्ड वापस करने के सवाल पर विधायक ने कहा कि उन्होंने जो भी किया ठीक किया.