हैदराबाद: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने गुरुवार रात एम्स में अंतिम सांस ली. जानकारी के मुताबिक उनको बेहोशी के बाद भर्ती कराया गया था. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. सभी नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. राष्ट्रपति मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम मोदी समेत देश-विदेश के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है.
उनके निधन के चलते आज हम उनकी तमाम बातों को याद कर रहे हैं. इसी सिलसिले में आपको बताएंगे कि उन्होंने पूरे जीवनभर सिर्फ नीली पगड़ी ही बांधी. आखिर क्या है नीली पगड़ी बांधने का राज. इसका खुलासा खुद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया.
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को 2006 में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया था. इस दौरान एडिनबर्ग के तत्कालीन ड्यूक और विश्वविद्यालय के चांसलर प्रिंस फिलिप ने मनमोहन सिंह की पगड़ी और उसके रंग को लेकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया था. इसके बाद पूर्व पीएम ने खुद बताया कि वह इस रंग की पगड़ी क्यों पहनते हैं.
डॉ. मनमोहन सिंह ने नीली पगड़ी क्यों पहनी थी?
जानकारी के अनुसार डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि जब वह कैम्ब्रिज में पढ़ाई कर रहे थे, तब वह नीले रंग की पगड़ी पहनते थे. इस दौरान उनके दोस्तों ने उनका नाम 'ब्लू टर्बन' रख दिया था. पूर्व प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि वह अपने कॉलेज के दिनों से ही नीले रंग की पगड़ी पहनते आए हैं. नीली पगड़ी पहनने के पीछे एक बड़ी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि नीला रंग उनका फेवरेट कलर है. धीरे-धीरे समय बीतता गया, लेकिन डॉ. मनमोहन सिंह का नीले रंग के प्रति प्रेम कम नहीं हुआ और वह हमेशा नीली पगड़ी पहनते रहे.
डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार
सूत्रों से पता चला है कि शनिवार सुबह 10 से 11 बजे के बीच डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार किया जा सकता है. उससे पहले उन्हें कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम विदाई दी जाएगी. बताया जा रहा है कि उनकी एक बेटी विदेश में है, जिसके आने के बाद ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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