कटिहार: बिहार में किसानों की स्थिति दिनों दिन बिगड़ती जा रही है. जिले के केला किसानों की परेशानी बढ़ गई है. किसानों का आरोप है कि सड़क की स्थिति खराब होने के कारण खरीददारों के नहीं आने से बिक्री कम हो गई है. जिससे वह कम कीमतों पर केला बेचने को मजबूर हैं.
दरअसल, बाढ़ और कटाव की नियति झेल रहे कटिहार के किसान परंपरागत धान, गेहूं की खेती से तौबा कर केले की खेती में लग गए हैं. ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके. लेकिन, सरकारी उदासीनता के कारण किसानों की परेशानी और भी बढ़ गई है.
क्या कहते हैं किसान?
इस संबंध में किसानों ने बताया कि कटिहार से केला खरीदने के लिए उत्तर प्रदेश, बंगाल आदि जगहों से लोग आया करते थे. पहले बड़े आराम से केले की बिक्री हो जाती थी. लेकिन, जब से यहां के सड़क की दुर्दशा हुई है, लोगों ने यहां आना बंद कर दिया है. उन्होंने कहा कि खरीददारों के नहीं आने के कारण कम दाम में केला बेचना पड़ रहा है.
किसानों की सरकार से गुहार
वहीं, दूसरे किसान अब्दुल कादिर बताते हैं कि जितनी लागत है, उसके हिसाब से कीमत नहीं मिल रही है. वहीं, केले की बिक्री भी कम हो गई है. उन्होंने कहा कि त्योहार के समय भी उचित दाम नहीं मिल पा रहा है. किसान अब्दुल कादिर ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
संसाधनों की कमी से परेशान किसान
बता दें कि बिहार के हाजीपुर केले की खेती के लिये काफी प्रसिद्ध है. लेकिन, इन दिनों सीमांचल के कटिहार और पूर्णिया जिले के किसानों ने बड़ी तेजी से केले की खेती को अपनाया है. लेकिन, खराब सड़कों और संसाधनों की कमी होने का असर किसानों की आर्थिक स्थिति पर पड़ रहा है.