ETV Bharat / state

कटिहार में बागी हुए BJP विधान पार्षद, निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भरा पर्चा

कटिहार से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अशोक अग्रवाल ने नॉमिनेशन फार्म भर दिया है. उन्होंने कहा कि वह कटिहार की विकास के लिए हर कोशिश करेंगे.

अशोक अग्रवाल
author img

By

Published : Mar 26, 2019, 8:54 PM IST

कटिहार: बीजेपी विधान पार्षद अशोक अग्रवाल ने मंगलवार को निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकनकिया. उन्होंने कहा कि वह विकास का मुद्दा लेकर लोगों के बीच जाएंगे.

इस मुद्दों पर होगा चुनाव
अशोक अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में बाढ़, कटाव,विस्थापन आदि जैसी समस्या को उठाने का काम करेंगे. कटिहार के लोग इस समस्या से लगातार जूझते आ रहे हैं. पूर्व के सांसदों ने इस बड़ी समस्या पर किसी ने कोई काम नहीं किया है. उन्होंने बताया अगर जनता इन्हें लोकसभा चुनाव में मौका देगी तो निश्चित ही इन समस्याओं पर काम करेंगे.

अंतिम दिन भरा नॉमिनेशन फार्म
कटिहार संसदीय सीट बीजेपी के परंपरागत सीट मानी जाती थी. लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में जदयू के खाते में जाने के बाद बीजेपी विधान परिषद पार्टी से खफा होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. जिस बाबत नामांकन के अंतिम दिन उन्होंने अपना पर्चा दाखिल किया. मीडिया से बातचीत के दौरान विधान परिषद अशोक ने बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव में कटिहार में उनके सामने कोई टक्कर में नहीं है इनका मानना है कटिहार की जनता इनके साथ है.

नॉमिनेशन फार्म भर, मीडिया से बात करते अशोक अग्रवाल


बगावत करने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला
देखने वाली बात यह होगी कि बीजेपी से बगावत करने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला कहां तक सही साबित होगा. यह तो चुनाव के बाद परिणाम पर निर्भर करता है.

कटिहार: बीजेपी विधान पार्षद अशोक अग्रवाल ने मंगलवार को निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकनकिया. उन्होंने कहा कि वह विकास का मुद्दा लेकर लोगों के बीच जाएंगे.

इस मुद्दों पर होगा चुनाव
अशोक अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में बाढ़, कटाव,विस्थापन आदि जैसी समस्या को उठाने का काम करेंगे. कटिहार के लोग इस समस्या से लगातार जूझते आ रहे हैं. पूर्व के सांसदों ने इस बड़ी समस्या पर किसी ने कोई काम नहीं किया है. उन्होंने बताया अगर जनता इन्हें लोकसभा चुनाव में मौका देगी तो निश्चित ही इन समस्याओं पर काम करेंगे.

अंतिम दिन भरा नॉमिनेशन फार्म
कटिहार संसदीय सीट बीजेपी के परंपरागत सीट मानी जाती थी. लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में जदयू के खाते में जाने के बाद बीजेपी विधान परिषद पार्टी से खफा होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. जिस बाबत नामांकन के अंतिम दिन उन्होंने अपना पर्चा दाखिल किया. मीडिया से बातचीत के दौरान विधान परिषद अशोक ने बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव में कटिहार में उनके सामने कोई टक्कर में नहीं है इनका मानना है कटिहार की जनता इनके साथ है.

नॉमिनेशन फार्म भर, मीडिया से बात करते अशोक अग्रवाल


बगावत करने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला
देखने वाली बात यह होगी कि बीजेपी से बगावत करने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला कहां तक सही साबित होगा. यह तो चुनाव के बाद परिणाम पर निर्भर करता है.

Intro:कटिहार

बीजेपी विधान पार्षद अशोक अग्रवाल निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में की नामांकन।

विकास की मुद्दा को लेकर जनता के बीच जाएंगे।

बाढ़, कटाव, विस्थापन जैसी समस्या से जूझ रहा है कटिहार।

विधान पार्षद ने कहा नहीं है कोई टक्कर में।





Body:यह पूरा दृश्य कटिहार समाहरणालय का है जहां आज दूसरे चरण के मतदान को लेकर नामांकन के अंतिम दिन बीजेपी विधान पार्षद अशोक अग्रवाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में नामांकन कराया। विकास कार्य को लेकर जनता से मांगेगे वोट।

निर्दलीय उम्मीदवार अशोक अग्रवाल ने बताया कटिहार बाढ़, कटाव, विस्थापन जैसी समस्या से लगातार जूझते आ रही है। पूर्व के सांसदों ने इस बड़ी समस्या पर किसी ने कोई काम नहीं किया है। उन्होंने बताया अगर जनता इन्हें लोकसभा चुनाव में मौका देगी तो निश्चित ही इन समस्याओं पर काम किया जाएगा। अशोक अग्रवाल ने कहा जनता के बीच किए गए कामों को लेकर वोट मांगने जाएंगे। पिछले 10 वर्ष में कटिहार में विधान परिषद रहते हुए काम किया है उस कार्य को लेकर लोगों से वोट मांगेंगे।


Conclusion:कटिहार संसदीय सीट बीजेपी के परंपरागत सीट मानी जाती थी लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में जदयू के खाते में जाने के बाद बीजेपी विधान परिषद पार्टी से खफा होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। नामांकन के अंतिम दिन उन्होंने अपना पर्चा दाखिल किया। मीडिया से बातचीत के दौरान विधान परिषद ने बताया 2019 लोकसभा चुनाव में कटिहार में उनके सामने कोई टक्कर में नहीं है क्योंकि इनका मानना है कटिहार की जनता इनके साथ है।

बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का विधान पार्षद का फैसला कहां तक सही साबित होगा यह 23 मई को सामने आ जाएगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.