कटिहार: पूरा बिहार भीषण शीतलहर से ठिठुर रहा है. सर्दी के सितम से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है. इसका सबसे बुरा प्रभाव बेजुबान मवेशियों पर पड़ा है. जिसकी जान बचाने के लिये पशुपालक को दिन-रात एक कर उन्हें अलाव का ताप दे रहे हैं ताकि किसी तरह बेजुबानों की जिन्दगी महफूज रखी जा सके.
बेजुबान पशुओं को हो रही है दिक्कत
कड़ाके की ठंड में बेजुबान पशु ठिठुरने को मजबूर है. मवेशियों के शरीर को कपड़ों से ढक कर और उनके आसपास अलाव जलाकर किसी तरह उनकी जान बचाई जा रही है. पशुपालक रमेश रजक ने बताया कि ठंड इतनी ज्यादा पड़ रही है कि क्या करे कुछ समझ में नहीं आ रहा है. किसी तरह से आलाव की व्यवस्था कर पशुओं को ताप दे रहे हैं ताकि शीतलहर से उन्हें बचाया जा सके. उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से अलाव की किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है.
बढ़ सकती है ठंड
वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक आम जनजीवन को शीतलहर से राहत के कोई उम्मीद नहीं हैं. राज्य में और ठिठुरन बढ़ने की संभावना है. आगामी दो दिनों तक अति घना कोहरा भी छाया रहेगा. जबकि कुछ जिलों में बारिश के कुछ छींटे भी पड़ने की उम्मीद हैं. ऐसे में पशुपालकों के सामने मवेशियों की ठंड से सुरक्षा काफी कठिन साबित हो रहा है.