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गर्मी में पेयजल संकट दूर करने के लिए चापाकलों की मरम्मत शुरू - Repair of hand pumps in Kaimur

इन इलाकों में गर्मी के पूर्व अगर चापाकलों को दुरुस्त करवा लिया जाते हैं, तो उस क्षेत्र के स्थानीय लोगों को गर्मी के दिनों में पानी के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा.

Repair Of Handpumps To Overcome Drinking Water Crisis In Summer
Repair Of Handpumps To Overcome Drinking Water Crisis In Summer
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Published : Jan 20, 2021, 11:04 PM IST

कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में सरकारी योजनाओं के तहत लगाए गए चापाकल का भौतिक सत्यापन कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर प्रखंड बीडीओ राजेश कुमार ने विकास मित्रों को इसके लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं.

चापाकलों की मरम्मत
चापाकलों की मरम्मत

इससे संबंधित जानकारी देते हुए चैनपुर बीडीओ राजेश कुमार के द्वारा बताया गया कि जिला पदाधिकारी से प्राप्त हुए पत्र के निर्देश के आधार पर प्रखंड क्षेत्र में सरकारी मद से लगाए गए सभी चापाकल के भौतिक सत्यापन के लिए प्रखंड के सभी विकास मित्रों को लगाया गया है. जिनसे 3 दिनों के अंदर चापकलो की स्थिति से संबंधित रिपोर्ट प्रखंड कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए गए हैं.

गर्मी में पेयजल की संकट
गर्मी में पेयजल की संकट

पंचायत में पानी की किल्लत
प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर जहां जहां चापाकल बंद पड़े हैं. उनकी मरम्मत करवाई जाएगी. वैसे स्थल जहां के चापाकल मरम्मत करने की स्थिति में नहीं है. उस स्थल पर नए चापाकल लगाएं जाएंगे. भौतिक सत्यापन का मुख्य उद्देश्य गर्मी आने के पूर्व सभी चापाकल को दुरुस्त कर लिया जाए. ताकि गर्मी के समय में कहीं भी किसी भी पंचायत में पानी की किल्लत ना हो. जांच रिपोर्ट आने के बाद सूची पीएचइडी विभाग को सौंपी जाएगी एवं विकास मित्रों की देखरेख में चापाकलों की मरम्मत करवाई जाएंगी.

चैनपुर प्रखंड
चैनपुर प्रखंड

यह भी पढ़ें - बिहार-यूपी बॉर्डर पर किसानों के जत्थे को पुलिस ने रोका, RJD विधायक को लौटना पड़ा बैरंग

हैंड पंप एकमात्र सहारा
बता दें कि चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के वैसे पहाड़ी क्षेत्र जहां जलस्तर 200 से 300 फीट नीचे है. उन स्थलों पर पीएचईडी के माध्यम से लगवाए गए हैंड पंप ही गर्मी के दिनों में पानी पीने के लिए एकमात्र सहारा होता है. चापाकल खराब होने की स्थिति में वहां के ग्रामीणों को मीलों दूर से पीने के लिए पानी लाना पड़ता हैं.

कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में सरकारी योजनाओं के तहत लगाए गए चापाकल का भौतिक सत्यापन कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर प्रखंड बीडीओ राजेश कुमार ने विकास मित्रों को इसके लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं.

चापाकलों की मरम्मत
चापाकलों की मरम्मत

इससे संबंधित जानकारी देते हुए चैनपुर बीडीओ राजेश कुमार के द्वारा बताया गया कि जिला पदाधिकारी से प्राप्त हुए पत्र के निर्देश के आधार पर प्रखंड क्षेत्र में सरकारी मद से लगाए गए सभी चापाकल के भौतिक सत्यापन के लिए प्रखंड के सभी विकास मित्रों को लगाया गया है. जिनसे 3 दिनों के अंदर चापकलो की स्थिति से संबंधित रिपोर्ट प्रखंड कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए गए हैं.

गर्मी में पेयजल की संकट
गर्मी में पेयजल की संकट

पंचायत में पानी की किल्लत
प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर जहां जहां चापाकल बंद पड़े हैं. उनकी मरम्मत करवाई जाएगी. वैसे स्थल जहां के चापाकल मरम्मत करने की स्थिति में नहीं है. उस स्थल पर नए चापाकल लगाएं जाएंगे. भौतिक सत्यापन का मुख्य उद्देश्य गर्मी आने के पूर्व सभी चापाकल को दुरुस्त कर लिया जाए. ताकि गर्मी के समय में कहीं भी किसी भी पंचायत में पानी की किल्लत ना हो. जांच रिपोर्ट आने के बाद सूची पीएचइडी विभाग को सौंपी जाएगी एवं विकास मित्रों की देखरेख में चापाकलों की मरम्मत करवाई जाएंगी.

चैनपुर प्रखंड
चैनपुर प्रखंड

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हैंड पंप एकमात्र सहारा
बता दें कि चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के वैसे पहाड़ी क्षेत्र जहां जलस्तर 200 से 300 फीट नीचे है. उन स्थलों पर पीएचईडी के माध्यम से लगवाए गए हैंड पंप ही गर्मी के दिनों में पानी पीने के लिए एकमात्र सहारा होता है. चापाकल खराब होने की स्थिति में वहां के ग्रामीणों को मीलों दूर से पीने के लिए पानी लाना पड़ता हैं.

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