कैमूर: बिहार में स्पेशल ट्रेन के माध्यम से प्रवासियों के वापस आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. लेकिन बिहार में फंसे अन्य राज्य के प्रवासी के वापस जाने को लेकर कोई राह नजर नहीं आ रहा है. दरअसल, जिले के नुंआव प्रखंड में पंजाब के 60 हार्वेस्टर चालक और सहचालक लॉकडाउन के कारण फंसे हुए है. मिल रही जानकारी के अनुसार पंजाब के ये सभी कामगार हर साल बिहार हार्वेस्टर चलाने के लिए आते थे. कटाई का सीजन समाप्त होते ही ये वापस अपने प्रदेश पंजाब चले जाते थे. लेकिन इस बार बंदी के कारण ये बिहार में ही फंसे रह गए.
'कई मजदूर वापस ही गए पंजाब'
इसको लेकर पंजाब के हार्वेस्टर चालक मरीक सिंह ने कहा कि वे गेंहू कटाई के सिजन में हर साल पंजाब से बिहार हार्वेस्टर चलाने के लिए आते हैं. इस बार बंदी के वजह से वे यहीं पर फंस गए. उनके साथ कई और लोग भी फंसे हुए हैं. मरीक सिंह ने बताया कि यहां पर पंजाब के लगभग 60 लोग फंसे हुए है. कई लोगों पैदल ही पंजाब के लिए निकल चुके हैं.
'हर साल पंजाब से आते हैं बिहार'
वहीं, हार्वेस्टर मालिक दीपक राय ने बताया कि वे हर साल पंजाब के कामगारों को अपने यहां बुलाते हैं. लेकिन इस बार बंदी की वजह से पंजाब के इन मजदूरों के वापस जाने का बंदोबस्त नहीं हो सका. हार्वेस्टर चालक और पंजाब के मजदूरों ने बताया कि गेंहू कटाई के लिए सरकार ने ना तो पास दिया और ना ही वापस जाने का बंदोबस्त कर रही है. हमलोगों ने जिला कंट्रोल रूम में संपर्क भी किया. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. हमलोग यहां पर काफी परेशान हैं. हमारे घरवाले लगातार फोन कर रहे हैं. हम सरकार की हर शर्त मानने को तैयार हैं. हमें पंजाब भेजा जाए.
मजदूरों की हरसंभव मदद की जाएगी- डीएम
इस मामले पर डीएम नवल किशोर चौधरी ने बताया कि इस मामले की जानकारी उन्हें है. उन्होंने पंचायत स्तर से लेकर प्रखंड स्तर के हर अधिकारी को मजदूरों के लिए पास निर्गत करने का आदेश दिया है. मजदूरों की हर संभव सहायता की जाएगी.