ETV Bharat / state

कैमूर: वैक्सीनेशन के बाद अब प्रमाणपत्र के लिए परेशानी. घंटों धूप में खड़े होने पर मिलता है सर्टिफिकेट - बिहार न्यूज

बिहार के कैमूर में लोग स्वास्थ्य विभाग की वजह से इन दिनों काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. वजह है कोरोना का टीका प्रमाण पत्र. पहले कोरोना टीका लगवाने के लिए अस्पताल और टीका केंद्र का चक्कर लगाते हैं फिर कोरोना टीकाकरण के प्रमाण पत्र के लिए पीएचसी और अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं.

कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र के लिए लोग हो रहे हैं परेशान
कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र के लिए लोग हो रहे हैं परेशान
author img

By

Published : Sep 26, 2021, 1:26 PM IST

कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में कोरोन टीकाकरण प्रमाण पत्र ( Corona Vaccination Certificate ) को लेकर लोगों को काफी परेशानियोंं का सामना करना पड़ रहा है. टीका लगने के बाद टीकाकरण प्रमाण पत्र के लिए अस्पताल और टीका केंद्रों ( Hospitals and Vaccine Centers ) का चक्कर लगाना पड़ रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दूरदराज से पहुंचकर लोग घंटों लाइन में लग रहे हैं.

ये भी पढ़ें- कैमूर: अभी तक 1,37,355 लोगों को दिया गया कोरोना वैक्सीन, जिसमें 18+ की संख्या है 8,737

रोजाना भभुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से प्रशासनिक भवन की खिड़की के पास दर्जनों युवक, युवतियां और वृद्ध महिलाएं लाइन लगाकर खड़े होते देखे गए. लाइन में खड़े लोगों ने काफी नाराजगी जताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अव्यवस्थित टीकाकरण को लेकर परेशान हैं.

देखें वीडियो

अपना रोजी-रोजगार, व्यवसाय छोड़कर लोग पीएचसी का चक्कर लगाने को मजबूर हैं. कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है. कोई लोग 10 किलोमीटर, 15 किलोमीटर और 20 किलोमीटर दूर से 2 से 3 दिनों तक कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र लेने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- कैमूर: भभुआ की महिलाएं वैक्सीन लेने में दिखी जागरूक, दूसरों को भी कर रही प्रेरित

घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद उनका वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट कर जारी किया जा रहा है. ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. ओदार से आई श्रद्धा देवी, सुनीता कुमारी समेत दर्जन भर लोगों ने कहा कि एक महीना पहले कोरोना का टीका लगाए थे लेकिन ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया था और मोबाइल पर मैसेज नहीं आया था.

इस वजह से शुक्रवार और शनिवार 2 दिन अपने गांव से 15 किलोमीटर दूर से आए. तब जाकर सर्टिफिकेट जारी किया गया. सुबह से लाइन में लगे हैं और दोपहर में जाकर अपडेट किया गया जिससे काफी परेशानी हो रही है. ऐसे ही समस्याओं से दर्जनों लोग परेशान दिखे.

ये भी पढ़ें- कैमूरः चैनपुर में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने को लेकर ADM ने प्रखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ की बैठक

वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भभुआ के स्वास्थ्य प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डाटा ऑपरेटर की कमी होने पर प्राइवेट डाटा ऑपरेटर को लगाया गया है.

'टीकाकरण केंद्र मे टीका लगने के बाद प्रमाण पत्र ऑनलाइन किया जाता है. लोगों का पेंडिंग डाटा बचा रहता है उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आकर युद्ध स्तर पर अपडेट किया जा रहा है.' : चंदन कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, भभुआ

ये भी पढ़ें- कैमूर में 23 अगस्त से बच्चों को लगेगा जापानी इंसेफलाइटिस का टीका
ये भी पढ़ें- बेकाबू कार ने ट्रैक्टर-ट्रॉली में मारी टक्कर, एयर बैग ने बचाई जान फिर भी 10 जख्मी

कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में कोरोन टीकाकरण प्रमाण पत्र ( Corona Vaccination Certificate ) को लेकर लोगों को काफी परेशानियोंं का सामना करना पड़ रहा है. टीका लगने के बाद टीकाकरण प्रमाण पत्र के लिए अस्पताल और टीका केंद्रों ( Hospitals and Vaccine Centers ) का चक्कर लगाना पड़ रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दूरदराज से पहुंचकर लोग घंटों लाइन में लग रहे हैं.

ये भी पढ़ें- कैमूर: अभी तक 1,37,355 लोगों को दिया गया कोरोना वैक्सीन, जिसमें 18+ की संख्या है 8,737

रोजाना भभुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से प्रशासनिक भवन की खिड़की के पास दर्जनों युवक, युवतियां और वृद्ध महिलाएं लाइन लगाकर खड़े होते देखे गए. लाइन में खड़े लोगों ने काफी नाराजगी जताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अव्यवस्थित टीकाकरण को लेकर परेशान हैं.

देखें वीडियो

अपना रोजी-रोजगार, व्यवसाय छोड़कर लोग पीएचसी का चक्कर लगाने को मजबूर हैं. कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है. कोई लोग 10 किलोमीटर, 15 किलोमीटर और 20 किलोमीटर दूर से 2 से 3 दिनों तक कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र लेने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- कैमूर: भभुआ की महिलाएं वैक्सीन लेने में दिखी जागरूक, दूसरों को भी कर रही प्रेरित

घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद उनका वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट कर जारी किया जा रहा है. ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. ओदार से आई श्रद्धा देवी, सुनीता कुमारी समेत दर्जन भर लोगों ने कहा कि एक महीना पहले कोरोना का टीका लगाए थे लेकिन ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया था और मोबाइल पर मैसेज नहीं आया था.

इस वजह से शुक्रवार और शनिवार 2 दिन अपने गांव से 15 किलोमीटर दूर से आए. तब जाकर सर्टिफिकेट जारी किया गया. सुबह से लाइन में लगे हैं और दोपहर में जाकर अपडेट किया गया जिससे काफी परेशानी हो रही है. ऐसे ही समस्याओं से दर्जनों लोग परेशान दिखे.

ये भी पढ़ें- कैमूरः चैनपुर में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने को लेकर ADM ने प्रखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ की बैठक

वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भभुआ के स्वास्थ्य प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डाटा ऑपरेटर की कमी होने पर प्राइवेट डाटा ऑपरेटर को लगाया गया है.

'टीकाकरण केंद्र मे टीका लगने के बाद प्रमाण पत्र ऑनलाइन किया जाता है. लोगों का पेंडिंग डाटा बचा रहता है उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आकर युद्ध स्तर पर अपडेट किया जा रहा है.' : चंदन कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, भभुआ

ये भी पढ़ें- कैमूर में 23 अगस्त से बच्चों को लगेगा जापानी इंसेफलाइटिस का टीका
ये भी पढ़ें- बेकाबू कार ने ट्रैक्टर-ट्रॉली में मारी टक्कर, एयर बैग ने बचाई जान फिर भी 10 जख्मी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.