कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ममता की बहाली में अनियमितता बरती गई. जिसको लेकर कैमूर सिविल सर्जन ने प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. मिली जानकारी के मुताबिक असैनिक शल्य चिकित्सक-सह मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चैनपुर प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. भगवान चौबे से स्पष्टीकरण मांगा है.
स्पष्टीकरण की मांग
पत्र में जिला लोक शिकायत निवारण अधिकारी को आवेदिका किरण देवी पति राजकुमार ग्राम मलिक सराय थाना चैनपुर के ममता बहाली में अनियमितता का आरोप लगाया गया है. उक्त मामले में डॉ. को 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देना होगा. जिससे कि ससमय जिला लोक शिकायत निवारण अधिकारी कैमूर भभुआ को भेजा जा सके.बता दें कि चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को सिविल सर्जन की ओर से ज्ञापांक 1321 12 अगस्त 2020 को पत्र भेजकर पद से मुक्त किया गया था. भेजे गए पत्र में सीएस ने लिखा था कि कोरोना वायरस विश्वव्यापी महामारी के कार्य में लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं करने के कारण आपको अधिकारी के दायित्व से मुक्त किया जा रहा है.
ममता बहाली अनियमितता बरतने का आरोप
वहीं, दंत चिकित्सक डॉ. मनीष कुमार को चैनपुर चिकित्सा अधिकारी और कोषांग संहिता के नियम-84 के तहत चैनपुर प्रखंड के सभी शीर्षों का अधिकारी घोषित किया गया. जिसके बाद ममता बहाली से संबंधित कैमूर सिविल सर्जन से स्पष्टीकरण की मांग की गई. इस संबंध में जानकारी लेने पर कैमूर सिविल सर्जन ने बताया कि ममता की बहाली में अनियमितता का आरोप लगाते हुए ग्राम मलिक सराय के निवासी किरण देवी की ओर से जिला लोक शिकायत निवारण में शिकायत की गई थी. उसके आधार पर डॉ. से 20 अगस्त को स्पष्टीकरण मांगा गया है जो अब तक नहीं दिया गया है.