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कैमूर में डायरिया से अब तक दो की मौत, 100 से अधिक बीमार

कैमूर में नल-जल योजना के अंतर्गत लगाए गए पाइप लाइन कई जगह से फूट गई है. ऐसे में दूषित पानी पाइप में प्रवेश कर रहा है. ऐसे में गंदा पानी पीने से लोग बीमार पड़ (Diarrhea Spreads in Kaimur) रहे हैं. अब तक दुर्गावती प्रखंड के सरियांव गांव के दो लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं 100 से अधिक लोग बीमार हैं. पढ़ें पूरी खबर....

कैमूर में डायरिया का कहर
कैमूर में डायरिया का कहर
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Published : Jun 25, 2022, 4:33 PM IST

कैमूर(भभुआ): दुर्गावती प्रखंड के सरियांव गांव में 100 से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित है. पिछले पांच दिनों में डायरिया से दो लोगों की मौत (Two Death From Diarrhea In Kaimur) हो चुकी है. कारण, लोगों को नल-जल योजना से मिलने वाला दूषित पानी है. बताया जा रहा है कि नल-जल योजना के अंतर्गत लगाए गए पाइप लाइन कई जगहों से फूटी है. जिस वजह से पाइप के अंदर दूषित पानी जा रहा है. इसी दूषित पानी को पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं. बीमार लोगों के इलाज के लिए मेडिकल की टीम भी गांव में कैम्प कर रही है.

यह भी पढ़ें: Bhagalpur: डायरिया से एक परिवार के 3 बच्चों की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने की खानापूर्ति

24 घंटे में गांव में मेडिकल टीम: पिछले पांच दिनों से सरियांव गांव में डायरिया का कहर जारी है. गांव के 100 से अधिक लोग डायरिया बीमारी के चपेट में हैं. दो लोगों की मौत से गांव में बीमारी को लेकर दहशत का माहौल है. अनुमंडलीय अस्पताल की मेडिकल टीम को गांव में भेजा गया है. टीम 24 घंटे गांव में रहकर बीमार लोगों का इलाज कर रही है. आशाकर्मियों को भी ड्यूटी पर तैनात किया गया है. गंभीर रूप से बीमार लोगों को बेहतर इलाज के लिए बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है. दो एम्बुलेंस भी तैनात किए गए है.

"गांव में डायरिया से 100 से पीड़ित हैं. इस बीमारी से दो लोगों की मौत हो चुकी है. मेडिकल टीम लोगों को पानी उबाल कर पीने की सलाह दे रहा है. बीमारी लोगों पर नजर रखी जा रही है. नल-जल योजना के पाइप जगह-जगह फूटा हुआ है. जिस वजह से पाइप के अंदर गंदा पानी प्रवेश कर रहा है. ऐसे में दूषित पानी पीने से लोग डायरिया से ग्रसित हो रहे हैं" -सुनील कुमार, अनुमंडलीय अस्पताल, मोहनिया

पाइप लाइन में दूषित पानी का प्रवेश: गांव में फैली डायरिया बीमारी का जड़ दूषित पानी है, जो लोगों के घरों तक फूटी पाइप लाइन से पहुंच रहा है. मजबूरी में लोग यही पानी भेज रहे है. कई दिनों से पाइप लाइन फूटा हुआ है लेकिन जिम्मेदार आंखे मूंदकर बैठा है. डायरिया से गांव की महिलाएं और बच्चे भी ग्रस्त है. मेडिकल टीम ने लोगों को पानी उबालकर पीने की सलाह दिया है. लोगों को साफ-सफाई रखने को लेकर जागरूक किया जा रहा है. टीम का कहना है कि बीमारी को कंट्रोल में करने में अभी और दो से तीन दिन का समय लगेगा.

यह क्या पढ़ें: 'कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में भी कारगर है योग'

डायरिया के लक्षण क्या है: डायरिया को हिंदी में दस्त भी कहते हैं. यह पाचन तंत्र संबंधित एक विकार या डिसऑर्डर है. यह समस्या होने पर मल पानी की तरह पतला होता है. आंत से संबंधित यह रोग मुख्य रूप से रोटावायरस के कारण होता है. यह साल्मोनेला या ई.कोलाई जैसे जीवाणुओं के कारण भी हो सकता है. इस बीमारी का प्रमुख लक्षण पेट में मरोड़, लूज मोशन, सूजन, डिहाइड्रेशन, बुखार और मल में खून आना है. यह बीमारी अन्य कारणों सहित दूषित पानी और हाइजीन का ख्याल नहीं रखने से होता है.

कैमूर(भभुआ): दुर्गावती प्रखंड के सरियांव गांव में 100 से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित है. पिछले पांच दिनों में डायरिया से दो लोगों की मौत (Two Death From Diarrhea In Kaimur) हो चुकी है. कारण, लोगों को नल-जल योजना से मिलने वाला दूषित पानी है. बताया जा रहा है कि नल-जल योजना के अंतर्गत लगाए गए पाइप लाइन कई जगहों से फूटी है. जिस वजह से पाइप के अंदर दूषित पानी जा रहा है. इसी दूषित पानी को पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं. बीमार लोगों के इलाज के लिए मेडिकल की टीम भी गांव में कैम्प कर रही है.

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24 घंटे में गांव में मेडिकल टीम: पिछले पांच दिनों से सरियांव गांव में डायरिया का कहर जारी है. गांव के 100 से अधिक लोग डायरिया बीमारी के चपेट में हैं. दो लोगों की मौत से गांव में बीमारी को लेकर दहशत का माहौल है. अनुमंडलीय अस्पताल की मेडिकल टीम को गांव में भेजा गया है. टीम 24 घंटे गांव में रहकर बीमार लोगों का इलाज कर रही है. आशाकर्मियों को भी ड्यूटी पर तैनात किया गया है. गंभीर रूप से बीमार लोगों को बेहतर इलाज के लिए बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है. दो एम्बुलेंस भी तैनात किए गए है.

"गांव में डायरिया से 100 से पीड़ित हैं. इस बीमारी से दो लोगों की मौत हो चुकी है. मेडिकल टीम लोगों को पानी उबाल कर पीने की सलाह दे रहा है. बीमारी लोगों पर नजर रखी जा रही है. नल-जल योजना के पाइप जगह-जगह फूटा हुआ है. जिस वजह से पाइप के अंदर गंदा पानी प्रवेश कर रहा है. ऐसे में दूषित पानी पीने से लोग डायरिया से ग्रसित हो रहे हैं" -सुनील कुमार, अनुमंडलीय अस्पताल, मोहनिया

पाइप लाइन में दूषित पानी का प्रवेश: गांव में फैली डायरिया बीमारी का जड़ दूषित पानी है, जो लोगों के घरों तक फूटी पाइप लाइन से पहुंच रहा है. मजबूरी में लोग यही पानी भेज रहे है. कई दिनों से पाइप लाइन फूटा हुआ है लेकिन जिम्मेदार आंखे मूंदकर बैठा है. डायरिया से गांव की महिलाएं और बच्चे भी ग्रस्त है. मेडिकल टीम ने लोगों को पानी उबालकर पीने की सलाह दिया है. लोगों को साफ-सफाई रखने को लेकर जागरूक किया जा रहा है. टीम का कहना है कि बीमारी को कंट्रोल में करने में अभी और दो से तीन दिन का समय लगेगा.

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डायरिया के लक्षण क्या है: डायरिया को हिंदी में दस्त भी कहते हैं. यह पाचन तंत्र संबंधित एक विकार या डिसऑर्डर है. यह समस्या होने पर मल पानी की तरह पतला होता है. आंत से संबंधित यह रोग मुख्य रूप से रोटावायरस के कारण होता है. यह साल्मोनेला या ई.कोलाई जैसे जीवाणुओं के कारण भी हो सकता है. इस बीमारी का प्रमुख लक्षण पेट में मरोड़, लूज मोशन, सूजन, डिहाइड्रेशन, बुखार और मल में खून आना है. यह बीमारी अन्य कारणों सहित दूषित पानी और हाइजीन का ख्याल नहीं रखने से होता है.

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