कैमूर: लॉकडाउन के बीच बड़ी संख्या में मजदूर बिहार वापस लौटे हैं. जो रोजी रोटी की तलाश में अन्य राज्य चले गए थे. राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों को बिहार में रोजगार देने की बात रही है. लेकिन ये लोग अब भी बेरोजगार बैठे हैं. जिससे इन्हें परिवार का भरण पोषण करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
नहीं मिला रोजगार
प्रवासी मजदूर संजय कुमार ने बताया कि हम लोग दूसरे राज्य में कमा कर अपने परिवार की जीविका चलाते थे. लेकिन घर आने के बाद काम की तलाश कर रहे हैं. यहां कुछ काम मिल जाए जिससे परिवार का पालन पोषण कर सकें. उन्होंने बताया कि रोजगार को लेकर गांव के मुखिया ने कहा कि इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है.
स्किल का आंकलन
वहीं, अनुमंडल पदाधिकारी मोहनिया शिव कुमार रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी प्रवासी मजदूरों के स्किल का आंकलन किया जा रहा है. साथ ही गरीबों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. लोगों को योग्यता के हिसाब से काम मिलेगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए डाटा कलेक्ट कर रहा है.
रोजगार देने का दावा
बता दें कि राज्य सरकार बाहर से आए सभी प्रवासी मजदूरों को बिहार में ही रोजगार देने का दावा कर रही है. जिसके तहत मजदूरों के स्किल सर्वे का काम भी शुरू कर दिया गया है.