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कोरोना को दरकिनार कर चुनावी मोड में दिखे नेता, नियमों की उड़ रहीं धज्जियां

बिहार में कोरोना संक्रमण का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. वहीं कैमूर जिले में भी कोरोना संक्रमण का आंकड़ा दो सौ के पार हो गया है, जबकि एक महिला की मौत भी हो चुकी है. फिर भी लोग सरकारी गाइडलाइन का जमकर उल्लंघन कर रहे हैं.

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कोरोना को दरकिनार कर चुनावी मोड में दिखे नेता.
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Published : Jul 4, 2020, 8:26 PM IST

कैमूर: बिहार में कोरोना लगातार तेजी से बढ़ रहा है. संक्रमितों का आंकड़ा 11 हजार पार हो चुका है, जबकि 87 लोगों की मौत भी हो चुकी है. कैमूर जिले की अगर बात की जाए तो कोरोना ने न सिर्फ डबल सेंचुरी लगा दिया है. बल्कि कोरोना से एक महिला की मौत भी हो चुकी है. बावजूद इस महामारी काल में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए नेताओं द्वारा जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया गया है.

सरकारी गाइडलाइन का हो रहा उल्लंघन

सरकारी गाइडलाइन के अनुसार मास्क लगाना अनिवार्य है, लेकिन चुनावी रोटी सेकने के चक्कर में न सिर्फ सत्ताधारी पार्टियां बल्कि विपक्ष भी नियमों की धज्जियां उड़ाकर प्रचार-प्रसार के तहत गांव-गांव में जनसंपर्क अभियान शुरू कर दी गई है.

जन चौपाल में उड़ी सोशल डिस्टेंस की धज्जियां

रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह ने अपने क्षेत्र के नुआंव प्रखंड अंतर्गत गोड्सरा गांव के महादलित बस्ती में न सिर्फ चौपाल लगाया बल्कि 20 युवाओं को भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण कराया. इस दौरान सत्ता के नशे में नेताजी शायद यह भूल गए कि मास्क लगाना अनिवार्य है. नेताजी के इस चौपाल में न तो किसी ने मास्क लगाया था. न ही सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन किया गया. ऐसे में जब सत्ताधारी पार्टी के विधायकों द्वारा ही, जब नियमों का उल्लंघन किया जाएगा तो दूसरों की बात करना बेकार है.

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कोरोना को दरकिनार कर चुनावी मोड में दिखे नेता.

नहीं हो रहा है सोशल डिस्टेंस का पालन

दूसरी तरफ राजद नेता और राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह ने रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के नुआंव प्रखंड के ग्राम पड़ियारी में क्रिकेट के फाइनल मैच का उद्घाटन करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने न तो मास्क लगाया न ही सोशल डिस्टेंस का पालन किया.

भभुआ के पूर्व विधायक पाए गए है कोरोना पॉजिटिव

आपको बता दें कि भभुआ के पूर्व विधायक कोरोना पॉजिटिव पाए गए है, जिन्हें आइसोलेट कर दिया गया है. विधायक जी ने कोरोना रिजल्ट आने से ठीक पहले पेट्रोल डीजल के बढ़ती कीमतों के खिलाफ रैली निकाल सरकार का विरोध प्रदर्शन किया था. जिला प्रशासन विधायक का ट्रैवेल हिस्ट्री और संपर्क में आए हुए लोगों की सूची बनाकर जांच कर रही है.

ऐसे में कैसे कम होगा कोरोना

जब पक्ष विपक्ष दोनों मिलकर सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहें हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि नेताओं द्वारा खुद के स्वार्थ में बिहार में कोरोना को तेजी से फैलने का आमंत्रण दिया जा रहा है.

कैमूर: बिहार में कोरोना लगातार तेजी से बढ़ रहा है. संक्रमितों का आंकड़ा 11 हजार पार हो चुका है, जबकि 87 लोगों की मौत भी हो चुकी है. कैमूर जिले की अगर बात की जाए तो कोरोना ने न सिर्फ डबल सेंचुरी लगा दिया है. बल्कि कोरोना से एक महिला की मौत भी हो चुकी है. बावजूद इस महामारी काल में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए नेताओं द्वारा जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया गया है.

सरकारी गाइडलाइन का हो रहा उल्लंघन

सरकारी गाइडलाइन के अनुसार मास्क लगाना अनिवार्य है, लेकिन चुनावी रोटी सेकने के चक्कर में न सिर्फ सत्ताधारी पार्टियां बल्कि विपक्ष भी नियमों की धज्जियां उड़ाकर प्रचार-प्रसार के तहत गांव-गांव में जनसंपर्क अभियान शुरू कर दी गई है.

जन चौपाल में उड़ी सोशल डिस्टेंस की धज्जियां

रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह ने अपने क्षेत्र के नुआंव प्रखंड अंतर्गत गोड्सरा गांव के महादलित बस्ती में न सिर्फ चौपाल लगाया बल्कि 20 युवाओं को भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण कराया. इस दौरान सत्ता के नशे में नेताजी शायद यह भूल गए कि मास्क लगाना अनिवार्य है. नेताजी के इस चौपाल में न तो किसी ने मास्क लगाया था. न ही सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन किया गया. ऐसे में जब सत्ताधारी पार्टी के विधायकों द्वारा ही, जब नियमों का उल्लंघन किया जाएगा तो दूसरों की बात करना बेकार है.

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कोरोना को दरकिनार कर चुनावी मोड में दिखे नेता.

नहीं हो रहा है सोशल डिस्टेंस का पालन

दूसरी तरफ राजद नेता और राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह ने रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के नुआंव प्रखंड के ग्राम पड़ियारी में क्रिकेट के फाइनल मैच का उद्घाटन करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने न तो मास्क लगाया न ही सोशल डिस्टेंस का पालन किया.

भभुआ के पूर्व विधायक पाए गए है कोरोना पॉजिटिव

आपको बता दें कि भभुआ के पूर्व विधायक कोरोना पॉजिटिव पाए गए है, जिन्हें आइसोलेट कर दिया गया है. विधायक जी ने कोरोना रिजल्ट आने से ठीक पहले पेट्रोल डीजल के बढ़ती कीमतों के खिलाफ रैली निकाल सरकार का विरोध प्रदर्शन किया था. जिला प्रशासन विधायक का ट्रैवेल हिस्ट्री और संपर्क में आए हुए लोगों की सूची बनाकर जांच कर रही है.

ऐसे में कैसे कम होगा कोरोना

जब पक्ष विपक्ष दोनों मिलकर सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहें हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि नेताओं द्वारा खुद के स्वार्थ में बिहार में कोरोना को तेजी से फैलने का आमंत्रण दिया जा रहा है.

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