कैमूर: प्रवासी मजदूरों को यूपी सरकार के बसों के जरिए यूपी बिहार बॉर्डर पर छोड़ दिया गया. जिले के बॉर्डर पर विभाग के अधिकारी उन सभी को वाहनों से मजदूरों उतरवाकर कर जांच किया. जांच कराने के बाद कैमूर जिले में कई जगह पर आइसोलेशन सेंटर बना हुआ है. जहां पर कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को रखा गया. इस दौरान जिलाधिकारी भी मौजूद रहे.
डीएम ने दिया हर संभव मदद का भरोसा
कैमूर प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग किया. इसके बाद उसे हाई स्कूल धनेछा और आरबीएस पब्लिक स्कूल में ठहराया गया. साथ ही उन्हें पानी और नास्ता उपलब्ध कराया गया. वहीं, डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी खुद मौके पर पहुंच कर लोगों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया.
मजदूरों की हुई स्क्रीनिंग
दिल्ली से आये सभी मजदूरों को मोहनिया में बनाये गए कोरोना केअर सेंटर में स्क्रीनिंग की गई. इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने सभी का जांच पड़ताल किया गया. इसके बाद यात्री को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा.