कैमूर: जिले के रामपुर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र में डाक्टर की लापरवाही का मामला सामने आया है. रामपुर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र का आलम यह है कि पूरा स्वास्थ्य केंद्र एक डाक्टर के भरोसे संचालित है. वहीं, इलाज के लिए मरीजों को डाक्टर को उनके घर से बुलाना पड़ता है.
खुद इलाज करते है प्रभारी चिकित्सक
रामपुर प्रखंड का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केवल एक डॉक्टर के भरोसे है. प्रभारी चिकित्सक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में सिर्फ एक डाक्टर की पोस्टिंग है. जो दिल के मरीज है, इसलिए सप्ताह में सिर्फ 2 दिन ही अस्पताल आ पाते है. जबकि 4 दिन प्रभारी चिकित्सक खुद मरीजों का इलाज करते है. प्रभारी चिकित्सक ने बताया कि अगर वह किसी कारण छुट्टी पर होते है, तो मरीज अस्पताल के दूसरे डाक्टर को उनके घर से बुलाकर इलाज करवाते हैं. इस अस्पताल की स्वास्थ व्यवस्था कैसी है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है.
स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर खानापूर्ति
रामपुर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र में स्वास्थ सुविधा के नाम पर खानापूर्ति किया जा रहा है. इलाज के लिए आए मरीजों के जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा हैं. स्वास्थ केन्द्र की हालत यह है कि जब मरीज इमरजेंसी में अपने जिंदगी से जूझता हैं, तब डॉक्टर साहब को फोन कर बुलाया जाता हैं. ऐसे में यदि कोई अपनी जान गंवाता हैं तो इसका जिम्मेवार कौन होगा. अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने बताया कि अस्पताल में कोई डॉक्टर नही है. प्रभारी चिकित्सक ने उनका इलाज किया है.
अस्पताल के भरोसे 10 पंचायत के लोग
आपको बता दें कि रामपुर प्रखंड कैमूर पहाड़ी के तराई में बसा हुआ है. इस अस्पताल में लगभग 10 पंचायत के लोग इलाज करवाने आते हैं. पहाड़ी इलाका होने के कारण अधिकांश किसान और गरीब परिवार के लोग इलाज के लिए इसी अस्पताल का रुख करते हैं. लेकिन अस्पताल की स्वास्थ सुविधा देखकर यही कहा जा सकता है कि यहां इलाज के नाम पर गरीबों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा हैं.