कैमूर: बिहार सरकार और डीजीपी प्रदेश में बेहतर पुलिसिया व्यस्था और पेट्रॉलिंग का दावा करते हैं. लेकिन इसकी जमीनी हकीकत का पोल कैमूर जिला का कुदरा थाना खोल रहा है. इस थाने में 3 वाहन हैं और तीनों खराब हैं. आलम यह है कि भाड़े की गाड़ी से थानाध्यक्ष ड्यूटी करते हैं. तो दूसरी तरफ पेट्रॉलिंग के लिए थाने की जीप को कभी पब्लिक तो कभी खुद सिपाही धक्का लगाते हैं. यही नहीं थाने का यह खटारा जीप पेट्रॉलिंग के वक्त कभी भी रास्ते में खराब हो जाती है.
पेट्रॉलिंग जीप हो गई खराब
पेट्रॉलिंग के दौरान बैंक जा रहें पुलिसकर्मियों का जीप एनएच 2 पर खराब हो जाता है. ऐसे में पुलिस बैंक कब पहुंचेगी और पेट्रॉलिंग कब करेंगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. पेट्रोलिंग पर खटारे जीप से निकले एएसआई हीरा लाल राम ने बताया कि पेट्रॉलिंग के दौरान कई दफा जीप खराब हो जाती है. जिसके बाद धक्का मारकार इसे स्टार्ट करवाया जाता है. कई बार जीप खराब हो जाता है, तो रास्ते में पहले जीप को बनवाया जाता है, फिर पेट्रॉलिंग पर या रूटिंग चेक अप किया जाता है.
बालू माफियाओं का राज
एनएच 2 पर खराब पुलिस व्यवस्था के कारण बालू माफियाओं का राज चलता है, तो अपराधी इसे सेफ जोन समझते हैं. ऐसे में कुदरा पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े करते हैं.