ETV Bharat / state

राम मंदिर निर्माण के फैसले का विरोध न होना आपसी भाईचारा का संदेश: भाजपा सांसद

बीजेपी सांसद छेदी पासवान ने राम मंदिर के फैसले को लेकर कहा कि फैसले में न तो किसी की हार हुई है न ही किसी की जीत, जिस तरह से पूरे देश के लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया. यह देश की अखंडता और एकता को दर्शाता है.

Kaimur
author img

By

Published : Nov 12, 2019, 8:27 AM IST

Updated : Nov 12, 2019, 9:18 AM IST

कैमूर: भाजपा सांसद छेदी पासवान ने जिले में आयोजित एक निजी कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राम जन्मभूमि के फैसले के बाद देश में किसी भी समुदाय के लोगों ने इसका विरोध नहीं किया. यह देश की अखंडता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज हो या मुस्लिम समुदाय के सभी लोगों की चाहत थी कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो.

'भावनात्मक रूप से जुड़े हुए थे लोग'
सांसद ने कहा कि राम मंदिर सिर्फ भाजपा का मुद्दा नहीं था, बल्कि पूरे देश के लोग इस मुद्दे से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए थे. हिन्दू संस्कृति और धर्म को मानने वालों की यहीं ख्वाहिश थी, कि राम मंदिर का निर्माण हो जल्द हो. वहीं, लोगों का यह भी कहना था कि कोर्ट के द्वारा जो निर्णय लिया जाएगा, इसका हमलोग स्वागत करेंगे.

आपके लिए रोचक: गरीबों के मसीहा हैं ये दो शिक्षक, सीएम नीतीश कुमार ने किया सम्मानित

'लोगों ने किया फैसले का स्वागत'
सांसद ने कहा कि कोर्ट के फैसले में न तो किसी की हार हुई है न ही किसी की जीत हुई है, जिस तरह से पूरे देश के लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया यह देश की अखंडता और एकता को दर्शाता है. उन्होंने कहां की सबसे खुशी की बात यह है कि इस फैसले के आने के बाद पूरे देश में शांति का माहौल कायम रहा.

छेदी पासवान का बयान

40 दिनों तक चली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार सरकार को 3 महीने के भीतर ही राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाना होगा. बता दें कि अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में 40 दिनों तक लगातार चली सुनवाई के बाद 9 नवंबर को फैसला आया.

केंद्र सरकार के अधीन रहेगी जमीन
फैसले में कहा गया कि राम मंदिर विवादित स्थल पर बनेगा और मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में पांच एकड़ जमीन अलग से दी जाएगी. वहीं, अदालत ने कहा कि विवादित 2.77 एकड़ जमीन केंद्र सरकार के अधीन रहेगी.

कैमूर: भाजपा सांसद छेदी पासवान ने जिले में आयोजित एक निजी कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राम जन्मभूमि के फैसले के बाद देश में किसी भी समुदाय के लोगों ने इसका विरोध नहीं किया. यह देश की अखंडता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज हो या मुस्लिम समुदाय के सभी लोगों की चाहत थी कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो.

'भावनात्मक रूप से जुड़े हुए थे लोग'
सांसद ने कहा कि राम मंदिर सिर्फ भाजपा का मुद्दा नहीं था, बल्कि पूरे देश के लोग इस मुद्दे से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए थे. हिन्दू संस्कृति और धर्म को मानने वालों की यहीं ख्वाहिश थी, कि राम मंदिर का निर्माण हो जल्द हो. वहीं, लोगों का यह भी कहना था कि कोर्ट के द्वारा जो निर्णय लिया जाएगा, इसका हमलोग स्वागत करेंगे.

आपके लिए रोचक: गरीबों के मसीहा हैं ये दो शिक्षक, सीएम नीतीश कुमार ने किया सम्मानित

'लोगों ने किया फैसले का स्वागत'
सांसद ने कहा कि कोर्ट के फैसले में न तो किसी की हार हुई है न ही किसी की जीत हुई है, जिस तरह से पूरे देश के लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया यह देश की अखंडता और एकता को दर्शाता है. उन्होंने कहां की सबसे खुशी की बात यह है कि इस फैसले के आने के बाद पूरे देश में शांति का माहौल कायम रहा.

छेदी पासवान का बयान

40 दिनों तक चली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार सरकार को 3 महीने के भीतर ही राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाना होगा. बता दें कि अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में 40 दिनों तक लगातार चली सुनवाई के बाद 9 नवंबर को फैसला आया.

केंद्र सरकार के अधीन रहेगी जमीन
फैसले में कहा गया कि राम मंदिर विवादित स्थल पर बनेगा और मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में पांच एकड़ जमीन अलग से दी जाएगी. वहीं, अदालत ने कहा कि विवादित 2.77 एकड़ जमीन केंद्र सरकार के अधीन रहेगी.

Intro:कैमूर।

भाजपा सांसद छेदी पासवान ने जिले के आयोजित एक निजी कार्यक्रम में शिरकत लिया इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहां की राम मंदिर निर्माण के फैसले के बाद देश में कही भी किसी समुदाय के लोगों द्वारा इस फैसले का विरोध न होना यह देश की अखंडता को दर्शाता हैं। यह फैसला यह दर्शाता हैं कि सभी लोग चाहे वो हिन्दू समाज के हो या मुस्लिम समुदाय के सभी की यहीं चाहत थी कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो।


Body:आपकों बतादें कि सांसद महोदय ने कहां की राम मंदिर सिर्फ भाजपा का मुद्दा नहीं था बल्कि पूरे देश के लोगों के लोग भावनात्मक रूप से इस मुद्दे से जुड़े हुए थे। हिन्दू संस्कृति और धर्म को मानने वालों की यही ख्वाइश थी कि राम मंदिर का निर्माण हो सके। लेकिन सभी लोगों का यही कहना था कि कोर्ट के द्वारा लो निर्णय आएगा इसका स्वागत करेंगे। लोग चाहते थे की विवाद का समाधान आपसी बातचीत से हो सकें। सांसद से कहां की कोर्ट के फैसले में न तो किसी की हार हुई हैं न किसी की जीत हुई हैं। जिस तरह से पूरे देश के लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया यह देश की अखंडता और एकता को दर्शाता हैं। उन्होंने कहां की सबसे खुशी की बात यह हैं कि इस फैसले के आने के बाद पूरे देश में शांति का माहौल कायम रहा।


Conclusion:
Last Updated : Nov 12, 2019, 9:18 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.