कैमूर: जिले के अधौरा प्रखंड के तेल्हाड़ा कुण्ड की खाई में करीब 400 फीट नीचे बाबा भोलेनाथ विराजमान हैं. यहां मकरसंक्रांति, सरस्वती पूजा और महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ इकट्ठा होती है. दूर दूरे से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं. गुफा में मौजूद यह मंदिर बाबा विकटनाथ के नाम से मशहूर है.
अंधेरी गुफा में स्थित है शिव मंदिर
स्थानीय लोगों की ओर से मकर संक्रांति, सरस्वती पूजा और महाशिवरात्रि, नवरात्री के मौके पर पहाड़ से 400 फीट नीचे खाई में स्थित शिव मंदिर के पास मेला लगाया जाता है. यहां लोग 2 फीट चौड़ी और करीब 50 फीट लंबी अंधेरी गुफा में स्थित शिव मंदिर पहुंचकर शिवलिंग का दर्शन करते हैं. साल में तीन दिन विशेष मेला लगाया जाता है. बाबा भोलेनाथ का यह मंदिर जिले के अधौरा थानाक्षेत्र का प्रसिद्ध और खूबसूरत पिकनिक स्पॉट तेल्हाड़ कुंड झरना के पास स्थित है. जो प्राकृतिक खूबसूरती से परिपूर्ण है.
क्या है मंदिर की मान्यता
स्थानीय लोगों ने मंदिर के बारे में बताया कि बहुत पहले शिकारी जानवर का शिकार करते-करते गुफा में पहुंचे. जहां उन्हे यह अद्भुत शिवलिंग दिखा. तब से यहां साधु महात्मा आने लगे और तप करने लगे. इसके बाद यह मंदिर प्रचलित हो गया. मंदिर के पुजारी भगवानपुर थानाक्षेत्र के मोहनपुर निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू ने बताया कि यहां सन 2011 से ही मेला लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस शिव मंदिर के पास करीब 10 सालों से मेला लगाया जा रहा है. जहां स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूसरे इलाके के लोग भी पहुंचते हैं.