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RJD के बैनर से तेज प्रताप को किया 'आउट', कार्यकर्ताओं में दिखी नाराजगी

लोकसभा चुनाव 2019 में जहानाबाद से हार के बाद समीक्षा बैठक में राजद के बैनर से तेज प्रताप की तस्वीर गायब कर दी गई. इस बैठक के मुख्य अतिथि पूर्व पार्टी प्रत्याशी सुरेन्द्र प्रसाद यादव थे.

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Published : Jul 31, 2019, 10:25 AM IST

राजद के बैनर से तेज प्रताप गायब

जहानाबाद: लोकसभा में आरजेडी की हार के बाद समीक्षा बैठक में पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को बैनर से बाहर कर दिया गया है. जिला राजद की तरफ से प्रेतशिला में एकदिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन में लगे बैनर से लालू परिवार से तेज प्रताप की तस्वीर नदारद रही.

बैनर में पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तस्वीर है. जबकि तेज प्रताप की तस्वीर इस बैनर से गायब है. इस बैठक के मुख्य अतिथि बेलागंज विधायक और लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार सुरेन्द्र प्रसाद यादव थे.

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जहानाबाद में राजद की मीटिंग में लगा बैनर

तेज प्रताप ने पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ उतारा था प्रत्याशी
जहानाबाद सीट से राजद को कड़े संघर्ष के बाद हार का सामना करना पड़ा था. इस सीट को लेकर लालू परिवार में फूट सबके सामने आ गया था. राजद ने बेलागंज विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव को प्रत्याशी बनाया था. जिसका तेज प्रताप यादव ने विरोध किया था. तेज प्रताप ने लालू-राबड़ी मोर्चा बनाकर सुरेंद्र यादव के विरोध में चंद्र प्रकाश को अपना प्रत्याशी खड़ा किया था. चुनाव में राजद प्रत्याशी को जेडीयू उम्मीदवार से बहुत कम वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. जेडीयू के चंदेश्वर चंद्रवंशी को 3,35,584 वोट जबकि सुरेंद्र यादव को 3,33,833 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे. हालंकि हार का ठीकरा सुरेंद्र यादव ने प्रशासन और सरकार पर फोड़ा था. लेकिन हार एक कारण तेजप्रताप यादव का विरोध भी था.

सुशील मोदी मेरे खिलाफ लड़ें चुनाव- सुरेन्द्र यादव

राजद के बैनर से तेज प्रताप की तस्वीर गायब
भले ही तेज प्रताप के खिलाफ कोई खुलकर नहीं बोल रहा है. लेकिन बैनर से तस्वीर गायब कर सांकेतिक विरोध जता दिया है. वहीं तेज-तेजस्वी का जनाधार समाप्त होने वाले डिप्टी सीएम सुशील मोदी के बयान पर सुरेन्द्र प्रसाद ने नाराजगी जाहिर की. बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि खुद तो हार के डर से बैकडोर से विधान परिषद में पहुंचते हैं. राजद विधायक ने इस मौके पर बेलागंज से डिप्टी सीएम को चुनाव लड़ने का चैलेंज भी दिया. असली चुनाव बिहार विधानसभा 2020 में है. इस बार पता चल जाएगा.

जहानाबाद: लोकसभा में आरजेडी की हार के बाद समीक्षा बैठक में पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को बैनर से बाहर कर दिया गया है. जिला राजद की तरफ से प्रेतशिला में एकदिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन में लगे बैनर से लालू परिवार से तेज प्रताप की तस्वीर नदारद रही.

बैनर में पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तस्वीर है. जबकि तेज प्रताप की तस्वीर इस बैनर से गायब है. इस बैठक के मुख्य अतिथि बेलागंज विधायक और लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार सुरेन्द्र प्रसाद यादव थे.

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जहानाबाद में राजद की मीटिंग में लगा बैनर

तेज प्रताप ने पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ उतारा था प्रत्याशी
जहानाबाद सीट से राजद को कड़े संघर्ष के बाद हार का सामना करना पड़ा था. इस सीट को लेकर लालू परिवार में फूट सबके सामने आ गया था. राजद ने बेलागंज विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव को प्रत्याशी बनाया था. जिसका तेज प्रताप यादव ने विरोध किया था. तेज प्रताप ने लालू-राबड़ी मोर्चा बनाकर सुरेंद्र यादव के विरोध में चंद्र प्रकाश को अपना प्रत्याशी खड़ा किया था. चुनाव में राजद प्रत्याशी को जेडीयू उम्मीदवार से बहुत कम वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. जेडीयू के चंदेश्वर चंद्रवंशी को 3,35,584 वोट जबकि सुरेंद्र यादव को 3,33,833 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे. हालंकि हार का ठीकरा सुरेंद्र यादव ने प्रशासन और सरकार पर फोड़ा था. लेकिन हार एक कारण तेजप्रताप यादव का विरोध भी था.

सुशील मोदी मेरे खिलाफ लड़ें चुनाव- सुरेन्द्र यादव

राजद के बैनर से तेज प्रताप की तस्वीर गायब
भले ही तेज प्रताप के खिलाफ कोई खुलकर नहीं बोल रहा है. लेकिन बैनर से तस्वीर गायब कर सांकेतिक विरोध जता दिया है. वहीं तेज-तेजस्वी का जनाधार समाप्त होने वाले डिप्टी सीएम सुशील मोदी के बयान पर सुरेन्द्र प्रसाद ने नाराजगी जाहिर की. बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि खुद तो हार के डर से बैकडोर से विधान परिषद में पहुंचते हैं. राजद विधायक ने इस मौके पर बेलागंज से डिप्टी सीएम को चुनाव लड़ने का चैलेंज भी दिया. असली चुनाव बिहार विधानसभा 2020 में है. इस बार पता चल जाएगा.
Intro:लोकसभा चुनाव में राजद की करारी हार हुई है लोकसभा चुनाव के हार की समीक्षा और विधानसभा चुनाव के तैयारी को लेकर जिला राजद इकाई प्रेतशिला में एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया था। उस सम्मेलन के मंच पर लगे बैनर पर तेजप्रताप यादव की तस्वीर नही लगा था। इस सम्मेलन का मुख्य अतिथि जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी सुरेंद्र प्रसाद यादव थे।


Body:पूरा माजरा ये है लोकसभा चुनाव में जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र से राजद ने बेलागंज के विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव को प्रत्याशी बनाया था। सुरेंद्र प्रसाद यादव के प्रत्याशी बनाने पर तेजप्रताप यादव ने विरोध किया था। तेजप्रताप यादव ने लालू राबड़ी मोर्चा बनाकर सुरेंद्र यादव के विरोध में अपना प्रत्याशी खड़ा कर दिया था। सुरेंद्र यादव बहुत कम अंतर के वोटो से चुनाव हारे थे। हार का ठीकरा सुरेंद्र यादव ने प्रशासन और सरकार पर फोड़ा लेकिन हार एक कारण तेजप्रताप यादव का विरोध भी था।

सुशील मोदी के बयान तेज-तेजस्वी का जनाधार समाप्त होगया हैं इस बयान पर पलटवार करते हुए बेलागंज के विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा मैं भी इस्तीफा देता हूँ और सुशील मोदी भी इस्तीफा दे उसके बाद बेलागंज विधानसभा चुनाव लड़कर देख लें। तब पता चल जाएगा तेज- तेजस्वी और राजद के जनाधार हैं या नही। सुशील मोदी को खुला चेलेंज हैं। खुद एमएलसी बनकर पीछे के रास्ता से आकर बड़ा नेता बन जाते हैं छोटे कार्यकर्ता को मैदान में उतारते है। असली चुनाव में 2020 में है इस बार पता चल जाएगा।


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