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दीपांकर भट्टाचार्य बोले- देश के इतिहास के लिए एक काला धब्बा है CAA

दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह अपना पेपर दिखाएं. यह कानून देश के इतिहास के लिए एक काला धब्बा है. इसको लेकर देश के कोने-कोने में विरोध जारी है. सरकार को इस कानून को वापस लेना होगा.

अनिश्चितकालीन धरने में दीपांकर भट्टाचार्य
अनिश्चितकालीन धरने में दीपांकर भट्टाचार्य
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Published : Feb 1, 2020, 6:06 PM IST

जहानाबाद: प्रदेश भर में एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी है. इसी क्रम में जिले में भी संविधान बचाओ मोर्चा के बैनर तले पिछले कई दिनों से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना जारी है.

ऐसे में इस धरने में भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी शिरकत की. मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश के लिए एक काला कानून है, जिसके खिलाफ देश के कोने-कोने में विरोध हो रहा है.

'कानून को वापस ले सरकार'
अपने संबोधन में दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह अपना पेपर दिखाएं. यह कानून देश के इतिहास के लिए एक काला धब्बा है. इसको लेकर देश के कोने-कोने में विरोध जारी है. सरकार को इस कानून को वापस लेना होगा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'जनता देगी जवाब'
भाकपा माले के महासचिव ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस कानून के विरोध में बात करने वाले को पार्टी से निकाला जा रहा है. कानून को लेकर सीएम नीतीश कुमार दोतरफा बातें कर रहे हैं. आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी. उन्होंने कहा कि आने वाले 25 फरवरी को विधानसभा सत्र के दौरान भाकपा माले सदन के अंदर और बाहर प्रदर्शन करेगी.

जहानाबाद: प्रदेश भर में एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी है. इसी क्रम में जिले में भी संविधान बचाओ मोर्चा के बैनर तले पिछले कई दिनों से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना जारी है.

ऐसे में इस धरने में भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी शिरकत की. मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश के लिए एक काला कानून है, जिसके खिलाफ देश के कोने-कोने में विरोध हो रहा है.

'कानून को वापस ले सरकार'
अपने संबोधन में दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह अपना पेपर दिखाएं. यह कानून देश के इतिहास के लिए एक काला धब्बा है. इसको लेकर देश के कोने-कोने में विरोध जारी है. सरकार को इस कानून को वापस लेना होगा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'जनता देगी जवाब'
भाकपा माले के महासचिव ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस कानून के विरोध में बात करने वाले को पार्टी से निकाला जा रहा है. कानून को लेकर सीएम नीतीश कुमार दोतरफा बातें कर रहे हैं. आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी. उन्होंने कहा कि आने वाले 25 फरवरी को विधानसभा सत्र के दौरान भाकपा माले सदन के अंदर और बाहर प्रदर्शन करेगी.

Intro:जहानाबाद में चल रहे हैं संविधान बचाओ मोर्चा के बैनर तले ईदगाह के समीप चल रहे हैं नागरिकता संशोधन कानून एनपीआर के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने शामिल होने के लिए पहुंचे भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य या लोगों को संबोधित और केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर साधा निशाना।


Body:कोई धरने में पहुंचे दीपंकर भट्टाचार्य ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी जी अपना तो पेपर दिखाई नहीं दे रहे और लोगों का पेपर मांग रहे हैं जब वोट की बात थी जब प्रधानमंत्री बन गए उससे में पेपर दिखाने की बात नहीं थी पर अब पेपर मांग रहे हैं लोगों से चलाया हुआ यह कानून पूरी तरह से काला कानून है इन्हें वापस लेना ही पड़ेगा


Conclusion:दीपंकर भट्टाचार्य ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के दोनों पर हम निशाना साधा और कहा कि नरेंद्र मोदी जी द्वारा लाया हुआ कानून वापस लेना ही पड़ेगा। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रसाद निशाना साधते हुए कहा कि की पार्टी में अगर कोई एनआरसी को बात करा तो उसे पार्टी से निकाल दिया जा रहा है नीतीश जी दो तरफा बात कर रहे हैं और अपने पार्टी से जो भी बात कर रहा है ना उसी का उसी पार्टी से निकाल दिया जा रहा है वह गोल गोल बात कर रहे हैं और आने वाले चुनाव में लोग उनसे जवाब मांगेंगे चुनाव में आगामी 25 फरवरी को विधानसभा सत्र के दौरान अंदर भी और बाहर भी हम लोग प्रदर्शन करेंगे
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