कटिहार: तेजी से हो रहे गंगा कटाव से कटिहार-मनिहारी रेलमार्ग और सिंगलटोला को बचाने के लिये राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. इसके लिए सरकार ने 10 करोड़ 37 लाख रुपये खर्च करने का ग्रीन सिग्नल दे दिया है. उम्मीद की जा रही है कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो फरवरी के प्रथम सप्ताह से कटाव निरोधक कार्य शुरू हो जाएगा.
मनिहारी में 620 मीटर लंबाई में होगा कटाव निरोधक कार्य
अंचल बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता ई. राजेन्द्र कुमार मेहता ने बताया कि कटाव निरोधक कार्य को कराने के लिये सरकार की ओर से 10.37 लाख 61 हजार रुपये खर्च करने की अनुसंशा की गयी है. गंगा नदी के किनारे स्थित आजमनगर शंकर बांध के दो किलोमीटर हिस्से में पिछले वर्ष गंगा की लहर के प्रकोप से क्षतिग्रस्त हो गया था. इन तटबंधों को मरम्मत कराया जाएगा.
जीओ बैग से किया जाएगा पिचिंग
राजेन्द्र कुमार मेहता ने बताया कि कटाव निरोधक कार्य की गुणवत्ता पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है. तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग में जीओ बैग से पिचिंग किया जाएगा. इस पिचिंग का कार्य 12.60 मीटर चौड़ाई और 2.50 मीटर मोटाई में किया जाएगा. इसके साथ ही नदी के किनारे में 9.6 मीटर और पानी में तीन मीटर लंबाई में जिओ बैग को प्लास्टिक के मोटे रस्सी से बांधकर उसका पिचिंग किया जाएगा. कार्य की विभागीय स्तर पर निगरानी के लिए विशेष कैमरा से निगरानी की जायेगी.
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400 मीटर जमीन निगल चुकी हैं गंगा
गौरतलब है कि गंगा में हर साल होने वाले बाढ़ और कटाव से लाखों की जान-माल की क्षति होती है. वहीं बीते पांच वर्षों में 400 मीटर जमीन गंगा के गर्भ में समा चुकी है. उम्मीद है कि कटाव निरोधक इस प्रस्तावित कार्य से इलाके के लोगों को कटाव की समस्या से मुक्ति मिल सकेगी.