जमुई: बिहार के जमुई में एक विधवा महिला के साथ दुष्कर्म और मारपीट (Rape and Assault) की घटना के मामले में प्राथमिकी दर्ज (FIR Registered) होने के बाद भी अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इससे नाराज लोगों ने शहर के महिसौड़ी चौक पर सदर थानाध्यक्ष का पुतला जलाकर विरोध किया और अभियुक्त की गिरफ्तारी की मांग की.
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बता दें कि 23 अगस्त को शहर के महिसौड़ी चौक स्थित एक विधवा के साथ कुछ दबंगों घर में घुसकर दुष्कर्म किया था. उसके साथ मारपीट भी की गयी थी. घटना के दिन ही पीड़िता प्राथमिकी दर्ज कराने सदर थाने पहुंची थी लेकिन आरोप है कि पुलिस पदाधिकारियों ने डांट-फटकार कर उसे भगा दिया था. इस कारण उस दिन उसकी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी थी. उसी दिन जब वह शाम को दोबारा थाने पहुंची तो फिर उसे भगा दिया गया.
घटना के चार दिन बीत जाने के बाद शुक्रवार की दोपहर पीड़ित महिला अपने कुछ सहयोगियों के साथ समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय पहुंची. लेकिन एसपी के छुट्टी पर रहने के कारण उसने फोन पर बात की. जिसके बाद एसपी प्रमोद कुमार मंडल के हस्तक्षेप के बाद महिला थाने में मोहम्मद साजिद आलम को नामजद अभियुक्त बनाते हुए उसके दो अन्य सहयोगियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज हुई.
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वहीं, प्राथमिकी दर्ज होने के दो दिन बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज हिंदू समाज के लोगों ने रविवार की दोपहर शहर के महिसौड़ी चौक स्थित विवाह भवन में बैठक की. इस दौरान लोगों ने पीड़िता को न्याय दिलाने की बात कही. आक्रोशित लोगों ने पूरे मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सदर थानाध्यक्ष चंदन कुमार का पुतला फूंका.
इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के जिला मंत्री नीतीश शाह ने कहा कि 27 अगस्त को एफआईआर दर्ज होने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया. यदि 48 घंटे के अंदर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो हिंदू समाज महापंचायत के लोग मंगलवार को जमुई बंद कर विरोध जताएंगे.