जमुई: जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर आज मानव श्रृंखला बनाई जा रही है. इस पर सियासत भी तेज हो गई है. वहीं, इस पर पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि आज की मानव श्रृंखला फेल होगी. उन्होंने कहा कि इसके प्रतिरोध में 18 फरवरी को लोगों की समस्याओं को लेकर विशाल मानव श्रृंखला बनाई जाएगी.
'लोकतंत्र के साथ क्रूर मजाक'
नरेंद्र सिंह ने कहा कि जन जीवन हरियाली के नाम पर मानव श्रृंखला बनाई जा रही है. इसमें एक भी पब्लिक नहीं जाएगी. मानव श्रृंखला के नाम पर सरकार ने तमाम सरकारी कर्मचारियों को इसमें लगा दिया है. मासूम छोटे बच्चों को ठंढ़ में सड़क पर खड़ा करेंगे. साथ ही कॉलेज-स्कूल के शिक्षक, प्रोफेसर, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, आशा कार्यकर्ता, अंचल के चपरासी से लेकर ब्लॉक के चपरासी और अधिकारियों तक को मानव श्रृंखला बनाने के लिए बोला गया है. इनकी मौज है, लेकिन लोकतंत्र के साथ क्रूर मजाक है. ये सब दिखावटी है, चुनावी वर्ष में करोड़ों-अरबों रुपये इकट्ठा करने का तरीका इजाद कर लिया गया है.
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18 फरवरी को मानव श्रृंखला
नरेंद्र सिंह ने कहा कि हमलोग इसके प्रतिरोध में 18 फरवरी, जो 1947 छात्र आंदोलन का प्रथम दिन है. उसी दिन सम्मेलन कर बिहार के नौजवानों, युवाओं, किसानों और आम लोगों की समस्याओं को लेकर पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बनाएंगे. उन्होंने कहा कि इस दौरान सरकार से मांग की जाएगी कि जब तक बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल जाती, तब तक 5000 रुपये महीना भत्ता दिया जाए.