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संसाधनों की घोर कमी से जूझ रहा है अग्निशमन विभाग, गाड़ियों के लिए नहीं है सरकारी चालक

पिछले साल की अगर बात करें तो जिले में कुल 67 अगलगी की घटनाएं घटी थी. जबकि इस साल जनवरी में 7 अगलगी की घटनाएं हुईं हैं.

अग्निशमन विभाग में खड़ी गाड़ी
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Published : Apr 24, 2019, 12:19 PM IST

जमुईः गर्मी शुरू होते ही अगलगी की घटनाएं बढ़ जाती हैं. हर साल करोड़ों की संपत्ति राख हो जाती हैं. कई लोग बेघर हो जाते हैं. इस साल भी कुछ ऐसा ही आलम है.

अभी तो गर्मी की शुरुआत हुई है और अगलगी की घटनाओं में इजाफा हो गया है. चिंता इस बात की है कि बिहार अग्निशमन सेवा के तहत कार्य कर रहे जिला स्थित विभाग में संसाधनों का घोर अभाव है. पिछले साल की अगर बात करें तो जिले में कुल 67 अगलगी की घटनाएं घटी थी. जबकि इस साल जनवरी में 7 अगलगी की घटनाएं हुईं, फरवरी में 8, मार्च में 18 और अप्रैल महीने तक आठ अगलगी की घटनाएं हो चुकी हैं.

jamui
अग्निशमन विभाग

अग्निशमन गाड़ियों की कमी
चिंता की बात ये है कि जिला मुख्यालय में महज तीन अग्निशमन वाहन हैं. जिसमें एक खराब पड़ा है. दरअसल जिला मुख्यालय में कम से कम 6 दमकल की गाड़ियों का होना आवश्यक है, जिसमें महज 4 दमकल की गाड़ी ही उपलब्ध हैं. केवल तीन गाड़ियों के भरोसे जमुई जिला मुख्यालय है. वहीं, दमकल कार्यालय में कर्मियों की भी कमी है. बताया जा रहा है कि अग्निशमन विभाग के पास एक भी सरकारी चालक नहीं हैं. पर्यटन विभाग के चालक से दमकल गाड़ियों का परिचालन किसी तरह किया जा रहा है.

jamui
अग्निशमन विभाग में खड़ी गाड़ी

क्या कहते हैं अधिकारी
जिला अग्निशमन पदाधिकारी भगवत चौधरी ने बताया कि मानक के हिसाब से जिले में 24 दमकल की गाड़ियों की जरूरत हैं. लेकिन 10 दमकल के सहारे जिले में आग बुझाने का काम चलाया जा रहा है. जिले में कुल 16 थाने हैं, जिसमें से सिर्फ छह थाना सिकंदरा, झाझा, लक्ष्मीपुर, सिमुलतला, चकाई और चंद्र मंडी थाने में एक छोटी दमकल की गाड़ी उपलब्ध हैं. जबकि जिला मुख्यालय में एक छोटी और एक दमकल की गाड़ी उपलब्ध है.

अग्निशमन विभाग में नहीं है गाड़ी

कर्मचारियों की भारी कमी
एक दमकल गाड़ी पर कम से कम एक चालक एक हवलदार और चार सिपाही का होना जरूरी है. लेकिन दमकल कर्मियों के अभाव से अगलगी जैसी भीषण घटनाओं पर काबू पाने में विभाग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, हालात यह है कि दमकल कर्मचारियों के अभाव में अग्निशमन पदाधिकारी कार्यालय में ही अपना आवास बना रखे हैं. ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में आग पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके.

जमुईः गर्मी शुरू होते ही अगलगी की घटनाएं बढ़ जाती हैं. हर साल करोड़ों की संपत्ति राख हो जाती हैं. कई लोग बेघर हो जाते हैं. इस साल भी कुछ ऐसा ही आलम है.

अभी तो गर्मी की शुरुआत हुई है और अगलगी की घटनाओं में इजाफा हो गया है. चिंता इस बात की है कि बिहार अग्निशमन सेवा के तहत कार्य कर रहे जिला स्थित विभाग में संसाधनों का घोर अभाव है. पिछले साल की अगर बात करें तो जिले में कुल 67 अगलगी की घटनाएं घटी थी. जबकि इस साल जनवरी में 7 अगलगी की घटनाएं हुईं, फरवरी में 8, मार्च में 18 और अप्रैल महीने तक आठ अगलगी की घटनाएं हो चुकी हैं.

jamui
अग्निशमन विभाग

अग्निशमन गाड़ियों की कमी
चिंता की बात ये है कि जिला मुख्यालय में महज तीन अग्निशमन वाहन हैं. जिसमें एक खराब पड़ा है. दरअसल जिला मुख्यालय में कम से कम 6 दमकल की गाड़ियों का होना आवश्यक है, जिसमें महज 4 दमकल की गाड़ी ही उपलब्ध हैं. केवल तीन गाड़ियों के भरोसे जमुई जिला मुख्यालय है. वहीं, दमकल कार्यालय में कर्मियों की भी कमी है. बताया जा रहा है कि अग्निशमन विभाग के पास एक भी सरकारी चालक नहीं हैं. पर्यटन विभाग के चालक से दमकल गाड़ियों का परिचालन किसी तरह किया जा रहा है.

jamui
अग्निशमन विभाग में खड़ी गाड़ी

क्या कहते हैं अधिकारी
जिला अग्निशमन पदाधिकारी भगवत चौधरी ने बताया कि मानक के हिसाब से जिले में 24 दमकल की गाड़ियों की जरूरत हैं. लेकिन 10 दमकल के सहारे जिले में आग बुझाने का काम चलाया जा रहा है. जिले में कुल 16 थाने हैं, जिसमें से सिर्फ छह थाना सिकंदरा, झाझा, लक्ष्मीपुर, सिमुलतला, चकाई और चंद्र मंडी थाने में एक छोटी दमकल की गाड़ी उपलब्ध हैं. जबकि जिला मुख्यालय में एक छोटी और एक दमकल की गाड़ी उपलब्ध है.

अग्निशमन विभाग में नहीं है गाड़ी

कर्मचारियों की भारी कमी
एक दमकल गाड़ी पर कम से कम एक चालक एक हवलदार और चार सिपाही का होना जरूरी है. लेकिन दमकल कर्मियों के अभाव से अगलगी जैसी भीषण घटनाओं पर काबू पाने में विभाग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, हालात यह है कि दमकल कर्मचारियों के अभाव में अग्निशमन पदाधिकारी कार्यालय में ही अपना आवास बना रखे हैं. ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में आग पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके.

Intro:12 अग्निशमन कर्मियों के सहारे कैसे बुझेगी आग?

ANC- अगलगी का समय शुरू हो चुका है, ऐसे में जिले में अग्निशमन कार्यालय में आग बुझाने को लेकर क्या सुविधा मुहैया कराया गया है जब इसकी तस्वीर हमारी टीम ने की तो जो तथ्य सामने आया वह बेहद चौंकाने वाला था। दरअसल जिला मुख्यालय में कम से कम 6 दमकल की गाड़ियों का होना आवश्यक है, जिसमें महज 4 दमकल की गाड़ी ही उपलब्ध है। उसमें से एक गाड़ी खराब पड़ा हुआ है बाकी तीन गाड़ियों के भरोसे जमुई जिला मुख्यालय है ।वहीं दमकल कार्यालय में कर्मियों की कमी है ।बताया जा रहा है कि अग्निशमन विभाग के पास एक भी सरकारी चालक नहीं है ।पर्यटन विभाग के चालक से दमकल गाड़ियों का परिचालन किसी तरह किया जा रहा है। जिला अग्निशमन पदाधिकारी भगवत चौधरी ने बताया कि मानक के हिसाब से जिले में 24 दमकल की गाड़ियों की जरूरत है लेकिन 10 दमकल के सहारे जिले में आग बुझाने का काम चलाया जा रहा है।


Body:अग्निशमन कार्यालय में अग्निशमन कर्मचारियों का अभाव।

VO- बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय में कुल 4 दमकल की गाड़ियां है जिसमें तीन पर्यटन विभाग चालक अपनी सेवा अग्निशमन विभाग को दे रहे हैं ।जबकि एक चालक विभाग के पास अपना है ,वही 6अग्निक हैं, जबकि एक जिला अग्निशमन पदाधिकारी और 1 सहायक अग्निशमन पदाधिकारी उपलब्ध है इस तरह कुल 12 लोगों से जिला मुख्यालय स्थित अग्निशमन विभाग चल रहा है।

6थानों ने महज एक एक दमकल की गाड़ियां उपलब्ध

VO- जिले में महिला थाना और अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए अलग से थाना है अगर इन दोनों थाना को मिला दिया जाए तो जमुई जिले में कुल 16 थाना है जिसमें से सिर्फ छह थाना सिकंदरा, झाझा ,लक्ष्मीपुर ,सिमुलतला, चकाई और चंद्र मंडी थाने में एक छोटी वाली दमकल की गाड़ी उपलब्ध है जबकि जिला मुख्यालय में एक छोटी और एक दमकल की गाड़ी उपलब्ध है

कितने होने चाहिए दमकल कर्मचारी

एक दमकल गाड़ी पर कम से कम एक चालक एक हवलदार और चार सिपाही का होना जरूरी है लेकिन दमकल कर्मियों की अभाव से आग लगी जैसे भीषण घटनाओं पर काबू पाने में विभाग को काफी परेशानियों का सामना जहां करना पड़ता है वही हालात यह है कि दमकल कर्मचारियों के अभाव में अग्निशमन पदाधिकारी कार्यालय में ही अपना आवास बना रखे हैं ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में आग पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके


Conclusion:गर्मी के दशक के साथ ही जिले में बड़ी आग लगी की घटनाएं

पिछले साल की अगर बात करें तो जिले में कुल 67 अगलगी की घटनाएं घटी थी जबकि साल जनवरी में 7 अगलगी की घटनाएं हुईं, फरवरी में 8 ,मार्च में 18 और अप्रैल महीने तक आठ अगलगी की घटनाएं हो चुकी है ।जहां जिला मुख्यालय मैं 3 दमकल की गाड़ियां हैं वहीं क्षेत्र में महज एक एक दमकल की गाड़ियां लेकिन अचानक ही समय पर दो-तीन की घटनाएं सामने आती है, तो समस्या जटिल हो जाता है।

ऐसी सूरत में आग लगने पर दमकल घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाती है मालूम हो कि जिले में गर्मी शुरू होते ही अगलगी की घटनाएं शुरू होते ही लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है हालांकि जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार से जब इस बाबत बात हुई तो उन्होंने कहा कि आवश्यकता अनुसार जल्दी जिला अग्निशमन विभाग को आवश्यक चीजें मुहैया कराई जाएगी और उनकी समस्याओं को जल्द ही दूर कर दिया जाएगा।

भारत के लिए जमुई से ब्रजेंद्र नाथ झा
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