जमुईः खुले में शौच से मुक्ति को लेकर अभियान चल रहा है. यह अभियान ने काफी रंगत लाया. बिहार के कई जिला पूर्णतः ओडीएफ घोषित हो चुका है. इसी में जमुई भी शामिल है. जहां यह अभियान का असर अच्छा रहा है. जहां के पांच गांव को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है. वहीं, हरला गांव को 10 लाख रुपए का पुरस्कर भी दिया जाएगा. इसकी जानकारी जमुई डीएम अवनीश कुमार सिंह (Jamui DM Avnish Kumar Singh) ने कही. दरअसल, जमुई में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
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जमुई के लोग जागरूकः जमुई अवनीश कुमार सिंह ने जिले के लक्ष्मीपुर के हरला गांव में कार्यक्रम का आयोजन किया. समारोह में प्रत्येक गांव को खुले में शौचमुक्त करने को लेकर चल रहे स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण में हरला, गोड्डी, पनौट, मसले और बंगरडीह गांवों को स्वच्छता के मॉडल के रूप में ओडीएफ प्लस गांव घोषित किया. डीएम ने बताया कि इस गांव में खुले में शौच से मुक्ति को लेकर बहुत अच्छा काम हुआ है. यहां के लोग भी जागरू हो रहे हैं.
साफ-सफाई की व्यवस्थाः डीएम ने बताया कि इन गांवों को खुले में शौच, कूड़ा, गंदगी, जलजमाव समेत अन्य समस्याओं से मुक्त कर दिया गया है. सड़क, जल निकासी और सफाई के साथ ठोस और गीले कचरे का समुचित प्रबंधन कर इन्हें स्वच्छ बनाया गया है. जिलाधिकारी ने हरला ग्राम पंचायत के द्वारा स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए इसे 10 लाख रुपये का पुरस्कार दिए जाने का ऐलान किया. इस राशि को सम्बंधित ग्राम पंचायत विकास कार्यों में खर्च करेंगे.
स्वच्छता संदेश कैलेंडर का विमोचनः उन्होंने इस अवसर पर स्वच्छता संदेश कैलेंडर का विमोचन करने के साथ स्वच्छता ग्राहियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. डीएम ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत 02 अक्टूबर 2014 को हुआ. यह सरकार संचालित कार्यक्रम है जो राष्ट्रपिता के दृष्टिकोण को पूरी तरह से विश्व स्तर पर सफल बनाने के लिए चलाया जा रहा है. स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य देश को खुले में शौच से मुक्त करने के साथ गलियों, सड़कों, तथा अधोसंरचना को साफ-सुथरा करना और इन्हें कूड़ा रहित बनाना है.
गोवर्धन योजना को जल्द शुरू करने का निर्देशः हरला ग्राम पंचायत के भ्रमण के दरम्यान गोवर्धन योजना से सम्बंधित निर्माण कार्य का भी मुआयना किया और उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को इस योजना को फरवरी 2023 तक हर हाल में पूरा किए जाने का निर्देश दिया. कहा कि निर्धारित माह तक इसे चालू किया जाना अनिवार्य है. कार्यक्रम में डीडीसी शशि शेखर चौधरी , डीआरडीए के निदेशक स्वतंत्र कुमार सुमन , बीडीओ प्रभात रंजन , जिला समन्वयक नीरज कुमार , मुखिया कोमल कुमारी समेत कई प्रबुद्ध जन एव बड़ी संख्या में ग्रामीण रहें.