जमुई: बड़ी बाग केंडीह वितरणी जलाशय नहर से खेतों में सिंचाई की समस्या को लेकर दर्जनों किसानों ने शनिवार को खैरा प्रखंड क्षेत्र के बड़ी बाग बीयर में एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान गुस्साए किसानों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
किसानों ने जल्द ही केंडीह बडीबाग वितरणी नहर की सफाई कर खेतों में पानी पहुंचाने की मांग की. लगातार किसान नहर की समस्या को लेकर सिंचाई विभाग के पदाधिकारियों के पास भटक रहे हैं. लेकिन पदाधिकारियों मौन बैठे हुए हैं.
5 करोड़ की लागत से निर्माण
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि इस नहर का निर्माण 4 साल पूर्व लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से मातेश्वरी प्राइम लिमिटेड कंपनी ने कराया था. ठेकेदार ने अपनी मनमानी के हिसाब से कार्य कराया. जिससे हमारे खेतों में पटवन को लेकर पानी भी नहीं पहुंच पा रहा है. नहर निर्माण में हम सभी किसानों की जमीन भी गई है. लेकिन अभी तक मुआवजा भी नहीं दिया गया.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
किसानों ने कहा कि अगर जल्द ही हम सभी किसानों के खेतों में सिंचाई को लेकर पानी नहीं पहुंचाया गया तो, हम सभी किसान उग्र आंदोलन के लिए उतारू हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि लोगों के लिए यह नहर कारगर साबित नहीं हुआ. 4 साल बीत जाने के बाद भी इस नहर से हमारे खेतों में पानी अभी तक नहीं पहुंच पाया है. जिससे हम लोगों का हजारों एकड़ जमीन खेती से वंचित रह जाता है.
सफाई नहीं तो वोट नहीं
किसानों का कहना है कि इस नहर से पहले तीन पंचायतों के किसान अपनी खेती करते थे. नहर की सफाई को लेकर सिंचाई विभाग, स्थानीय विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी, सांसद चिराग पासवान को भी अवगत कराया गया था. लेकिन कोई भी इस नहर पर ध्यान नहीं दे रहा है. सिर्फ वोट के समय नेताजी वोट मांगने आते हैं और वादा करके चले जाते हैं.
किसानों ने कहा कि हम लोग प्रदर्शन के माध्यम से स्थानीय नेताओं को बताना चाहते हैं कि नहर की सफाई नहीं हुई, तो वोट नहीं देगें. प्रदर्शन कर रहे दर्जनों किसानों ने डीएम धर्मेंद्र कुमार को भी धरनास्थल पर बुलाने की मांग की.