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जमुई: वर्चुअल रैली के विरोध में भाकपा ने मनाया विश्वासघात और धिक्कार दिवस

जिले के चकाई प्रखंड के पार्टी कार्यालय में भाकपा माले ने भारतीय जनता पार्टी की वर्चुअल रैली के खिलाफ विश्वासघात और धिक्कार दिवस मनाया.

jamui
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Published : Jun 7, 2020, 4:26 PM IST

जमुई: वाम दलों के आह्वान पर चकाई प्रखंड के पार्टी कार्यालय में देशव्यापी कार्यक्रम के तहत भाकपा माले ने बीजेपी की वर्चुअल रैली के खिलाफ विश्वासघात और धिक्कार दिवस मनाया. चकाई प्रखंड में बोंगी पंचायत के हिंडला, डढवा पंचायत के कोरिया, दुलमपुर पंचायत के चरका और भाकपा माले के सगदनीडीह पार्टी कार्यालय में भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने रविवार को भाजपा के वर्चुअल रैली का विरोध करते हुए धरना दिया.

इस अवसर पर सगदनीडीह पार्टी कार्यालय में माले नेता कामरेड मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि भाजपा ऐसे समय में वर्चुअल रैली कर रही है जब पूरे देश में कोरोना आपदा की वजह करोडों लोगों के रोजगार छीन गये हैं. यह बीमारी लगातार बढ़ रही है. वहीं दूसरी ओर सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूरों की मौत घर वापसी के क्रम में हो चुकी है. आज भी लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर भूखे प्यासे बाहर फंसे हुए हैं. देश में सारे रोजगार ठप हो गये हैं. कवारंटीन सेंटर में हर जगह अराजकता फैली हुई है. इस वक्त जनता को रोजगार, भोजन, चिकित्सा की सबसे अधिक आवश्यकता है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण चुनावी वर्चुअल रैली है.

सरकार ने किया विश्वासघात
मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के नाम पर सभी औधोगिक ईकाई का प्राइवेटाइजेशन करने की तैयारी है. इस हुकूमत ने जनता के अधिकारों और अरमानों के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने कहा की इस विपदा की घड़ी में सरकार से आयकर देने वाले को छोड़कर देश में सभी जनता को 6 महीने तक प्रति माह 7,500 नगद भुगतान किया जाय. 6 महीने की अवधि तक प्रति माह प्रति व्यक्ति 10 किलो राशन दिया जाय.

वर्चुअल रैली का विरोध करते भाकपा कार्यकर्ता
वर्चुअल रैली का विरोध करते भाकपा कार्यकर्ता

सभी व्यवस्था करे सरकार
उन्होंने कहा कि बाहर में फंसे हुए सभी प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए मुफ्त परिवहन, भोजन और पानी की व्यवस्था किया जाय. साथ ही क्वारंटीन सेंटरों को लॉकडाउन की संपूर्ण अवधि तक चालू रखा जाय. इलाज की बेहतर व्यवस्था किया जाय, किसानों के केसीसी सहित तमाम कर्ज और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के सभी कर्जे माफ किया जाय. तमाम किस्म के फसलों की अनिवार्य खरीदी की गारंटी दी जाय, भूख, प्यास, दुर्घटना, बीमारी और क्वारंटीन सेंटरों के मृतकों के परिजनों को 20-20लाख रुपये मुआवजा दिया जाय.

वर्चुअल रैली का विरोध करते भाकपा कार्यकर्ता
वर्चुअल रैली का विरोध करते भाकपा कार्यकर्ता

कई नेताओं ने धरने का किया नेतृत्व
इस देशव्यापी कार्यक्रम के अवसर पर सभी जगहों पर धरना और प्रदर्शन किया गया. बोंगी पंचायत के हिंडला गांव में जिला कमिटी सदस्य कामरेड संजय राय, बोंगी पंचायत सचिव कामरेड कारमनी राय, सुबोस राय, सकलदेव राय, माईकल हांसदा, सहित कई लोगों ने इस वर्चुअल रैली की विरोध किया. वहीं डढवा पंचायत के कोरिया गांव में राज्य पार्षद मोहम्मद सलीम अंसारी, छोटन मरांडी और दुलमपुर पंचायत के चरका गांव में भाकपा माले के वरीय नेता कामरेड जयप्रकाश दास, अनिल यादव, किशोर किसकू आदि नेताओं ने इस धरना प्रदर्शन का नेतृत्व किया.

जमुई: वाम दलों के आह्वान पर चकाई प्रखंड के पार्टी कार्यालय में देशव्यापी कार्यक्रम के तहत भाकपा माले ने बीजेपी की वर्चुअल रैली के खिलाफ विश्वासघात और धिक्कार दिवस मनाया. चकाई प्रखंड में बोंगी पंचायत के हिंडला, डढवा पंचायत के कोरिया, दुलमपुर पंचायत के चरका और भाकपा माले के सगदनीडीह पार्टी कार्यालय में भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने रविवार को भाजपा के वर्चुअल रैली का विरोध करते हुए धरना दिया.

इस अवसर पर सगदनीडीह पार्टी कार्यालय में माले नेता कामरेड मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि भाजपा ऐसे समय में वर्चुअल रैली कर रही है जब पूरे देश में कोरोना आपदा की वजह करोडों लोगों के रोजगार छीन गये हैं. यह बीमारी लगातार बढ़ रही है. वहीं दूसरी ओर सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूरों की मौत घर वापसी के क्रम में हो चुकी है. आज भी लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर भूखे प्यासे बाहर फंसे हुए हैं. देश में सारे रोजगार ठप हो गये हैं. कवारंटीन सेंटर में हर जगह अराजकता फैली हुई है. इस वक्त जनता को रोजगार, भोजन, चिकित्सा की सबसे अधिक आवश्यकता है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण चुनावी वर्चुअल रैली है.

सरकार ने किया विश्वासघात
मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के नाम पर सभी औधोगिक ईकाई का प्राइवेटाइजेशन करने की तैयारी है. इस हुकूमत ने जनता के अधिकारों और अरमानों के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने कहा की इस विपदा की घड़ी में सरकार से आयकर देने वाले को छोड़कर देश में सभी जनता को 6 महीने तक प्रति माह 7,500 नगद भुगतान किया जाय. 6 महीने की अवधि तक प्रति माह प्रति व्यक्ति 10 किलो राशन दिया जाय.

वर्चुअल रैली का विरोध करते भाकपा कार्यकर्ता
वर्चुअल रैली का विरोध करते भाकपा कार्यकर्ता

सभी व्यवस्था करे सरकार
उन्होंने कहा कि बाहर में फंसे हुए सभी प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए मुफ्त परिवहन, भोजन और पानी की व्यवस्था किया जाय. साथ ही क्वारंटीन सेंटरों को लॉकडाउन की संपूर्ण अवधि तक चालू रखा जाय. इलाज की बेहतर व्यवस्था किया जाय, किसानों के केसीसी सहित तमाम कर्ज और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के सभी कर्जे माफ किया जाय. तमाम किस्म के फसलों की अनिवार्य खरीदी की गारंटी दी जाय, भूख, प्यास, दुर्घटना, बीमारी और क्वारंटीन सेंटरों के मृतकों के परिजनों को 20-20लाख रुपये मुआवजा दिया जाय.

वर्चुअल रैली का विरोध करते भाकपा कार्यकर्ता
वर्चुअल रैली का विरोध करते भाकपा कार्यकर्ता

कई नेताओं ने धरने का किया नेतृत्व
इस देशव्यापी कार्यक्रम के अवसर पर सभी जगहों पर धरना और प्रदर्शन किया गया. बोंगी पंचायत के हिंडला गांव में जिला कमिटी सदस्य कामरेड संजय राय, बोंगी पंचायत सचिव कामरेड कारमनी राय, सुबोस राय, सकलदेव राय, माईकल हांसदा, सहित कई लोगों ने इस वर्चुअल रैली की विरोध किया. वहीं डढवा पंचायत के कोरिया गांव में राज्य पार्षद मोहम्मद सलीम अंसारी, छोटन मरांडी और दुलमपुर पंचायत के चरका गांव में भाकपा माले के वरीय नेता कामरेड जयप्रकाश दास, अनिल यादव, किशोर किसकू आदि नेताओं ने इस धरना प्रदर्शन का नेतृत्व किया.

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