जमुई: बिहार के जमुई में सरकारी बस स्टैंड की हालत जर्जर हो चुकी है. पहले इस सरकारी बस स्टैंड से पश्चिम बंगाल, झारखंड, मुंगेर, पटना, नवादा सहित अन्य राज्यों और जिलों के लिए के लिए 30 बसें चला करती थी. वहीं यात्रियों की बैठने के लिए 20 बीघा से अधिक जमीन पर यात्री सेड बनाया गया है. जहां आज दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आता है.
सरकारी बस स्टैंड की बिल्डिंग हुई जर्जर: बता दें कि अब इस सरकारी बस स्टैंड का हाल बेहाल हो गया है, बिल्डिंग भी जर्जर हो चुकी है. इसकी चार दिवारी भी टूट चुकी है और 30 बसों में से 26 बस कबाड़ खाने में तब्दील हो चुकी है. अब यहां से मात्र चार बसें चलती है. जिसमें जमुई, मुंगेर के इलाके तक ही अब बसें जाती है.
30 बस के लिए लगाया गया था पेट्रोल पंप: बस स्टैंड में मौजूद 30 बसों के लिए बिहार राज्य परिवहन पथ विभाग के द्वारा पेट्रोल पंप लगाया गया था. जो अब बिल्कुल जर्जर हो चुका है. वहीं 30 बसों में 40 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था. जो यात्रियों को गनतव्य स्थान तक पहुंचाने में सहयोग करते थे. हालांकि अब इस सरकारी बस स्टैंड में 4 बसे ही बची है.
बस स्टैंड में बचे 6 कर्मचारी: वहीं यहां के कर्मियों की बात कर तो अब महज 6 कर्मी ही यहां कार्य करते हैं. जर्जर हो चुकी सरकारी बस स्टैंंड में अब बिहार राज्य परिवहन पथ विभाग ध्यान नहीं दे रहा है. जिस कारण सरकारी बस स्टैंड बुरी स्थिति में पहुंच चुका है. यहां काम करने वाले कर्मचारी अमरेंद्र सिंह कहते हैं "बिहार राज्य परिवहन पथ विभाग की लापरवाही है. राज्य सरकार भी ध्यान नहीं दे रही है. जिस कारण प्रत्येक दिन बिहार परिवहन पथ विभाग की स्थिति जर्जर होती जा रही है."