गोपालगंज: कांग्रेस कार्यकर्ता दिलीप कुमार श्रीवास्तव की अपराधियों द्वारा अपहरण कर हत्या (Dilip Kumar Srivastava murder Case) मामले का पुलिस ने 48 घंटे के भीतर उद्भेदन कर दिया है. पुलिस ने हत्या में शामिल 3 अपराधियों को गिरफ्तार कर (Three criminals Arrested In Dileep Murder Case ) लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने मर्डर में उपयोग में लाई गई स्कॉर्पियो गाड़ी, मोबाइल और गमछे को बरामद कर लिया है.
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मामले का खुलासा करते हुए एसपी आनंद कुमार ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ता दिलीप कुमार श्रीवास्तव नगर थाना क्षेत्र के बंजारी मोहल्ले के रहनेवाले थे. उन्हें 29 जनवरी को मोबाइल पर फोन कर शहर के बंजारी चौक पर बुलाया गया और वहां से अपहरण कर लिया गया और फिर हत्या कर दी गई. इस वारदात के पीछे जमीन बिक्री के पैसे का बंटवारा बताई जा रही है.
इस मामले को लेकर नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गयी थी. अपहरण के दूसरे ही दिन यानी 30 जनवरी को सारण जिले के दिघवारा थाना के बेला चक्का फैक्ट्री के पास से एक शव बरामद किया गया. शव की पहचान दिलीप कुमार श्रीवास्तव के रूप में हुई. इस मामले को लेकर एसआइटी टीम गठित कर तीन अपराधी मनोज कुमार सिंह, लालबाबू साह और आजाद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया.
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एसपी ने बताया कि हत्या कराने को लेकर दो लाख रुपये में सुपारी तय की गई थी. सुपारी देने वाले की पहचान कर ली गयी है, जल्द ही अन्य दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गिरफ्तार तीन अपराधियों में से एक आजाद अंसारी ने बताया कि उन्हें हत्या के लिए महज नौ हजार रुपये ही मिले, जबकि सुपारी दो लाख रुपये में तय की गई थी. वारदात के संबंध में उसने पुलिस को बताया कि उसने बंजारी से चलते ही उसने गमछा से फांसकर जान (दिलीप कुमार श्रीवास्तव की) ले ली. इसके बाद शव को छपरा में पटना जाने वाली सड़क किनारे फेंक दिया.
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