गोपालगंज: नदी की धारा कम करने के लिए विभाग द्वारा युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है. जिले के सिधवलिया प्रखण्ड के बंजरिया शीतलपुर गांव के पास बने रिंग बांध गंडक के दबाव से टूट (Ring Dam Broke Due To Flood ) गया था. इसके कारण पूरा गांव टापू में तब्दील हो गया है. वहीं दूसरे दिन जल संसाधन व बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर नदी की धारा को रोकने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं. ताकि गांव की तरफ तेजी से बढ़ रहे बाढ़ के पानी से लोगों को निजात मिल सके.
पढ़ें- VIDEO: बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पैदल ही पहुंचे CM नीतीश.. कटाव क्षेत्र में मरम्मती के निर्देश
गोपालगंज में रिंग बांध टूटा: दरअसल वाल्मीकि नगर बराज से डिस्चार्ज हुए 4 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी के दबाव से रिंग बांध पर टूट गया. बांध के टूटते ही बाढ़ का पानी अमरपुरा पंचायत के विभिन्न गांव में प्रवेश करने लगा. सबसे ज्यादा किसानो को क्षति हुई है. किसानो के खेतों में लगे तैयार धान के फसल बर्बाद हो गए. वहीं स्थानीय लोगों के मानें तो विभागीय लापरवाही के कारण बांध टूटा है.
युद्धस्तर पर काम जारी: अगर समय से विभाग रिसाव को ठीक कर देता तो ये हालात उतपन्न नही होते. फिलहाल जल संसाधन व बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा एनसी बनाकर जल के प्रवाह को रोकने की कोशिश की जा रही है. जिसमे मजदूरों द्वारा जिओ बैग व बांस बल्ली से जल की प्रवाह रोकी जा रही है. मुख्य अभियंता ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है जल स्तर कम है. आस पास के लोगों को ज्यादा पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है.
"रात को विभाग के लोगों को सूचना दी गई थी लेकिन कोई नहीं आया. सुबह तक काफी नुकसान हो चुका था. डुमरिया और अमरिया पंचायत के लोग प्रभावित हुए हैं. किसानों को काफी नुकसान हुआ है."- रवि सिंह, ग्रामीण
"हालात नियंत्रित है. पानी घट रहा है. पहले ज्यादा डिस्चार्ज हो रहा था. पानी की धार को लगभग मोड़ लिया गया है."- अशोक रंजन, मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग