नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है और अब 27 साल बाद दिल्ली में सरकार बनाएगी. चुनाव आयोग (EC) के ताजा रुझानों के मुताबिक भगवा पार्टी ने दिल्ली की 70 सीटों में से 39 और आम आदमी पार्टी ने 17 सीटें जीती हैं. वहीं, कांग्रेस लगातार तीसरे विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई है.
चुनाव से पहले AAP ने तंज करते हुए रमेश बिधूड़ी को भारतीय जनता पार्टी का सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था. हालांकि, भाजपा का कहना है कि पार्टी का सीएम चेहरा अभी तय नहीं हुआ है. इस बीच कालकाजी सीट से चुनाव लड़ रहे रमेश बिधूड़ी मुख्यमंत्री आतिशी से हार गए हैं.
![BJP](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-02-2025/23502624_1.jpg)
ऐसे में अब जब बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में जीत हासिल कर ली है और रमेश बिधूड़ी भी चुनाव हार गए हैं. ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि बीजेपी दिल्ली की कमान किसे सौंपेगी. माना जा रहा है कि भगवा पार्टी की सीएम पद की लिस्ट परवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता और बांसुरी स्वराज जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं.
![Parvesh Verma](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-02-2025/23502624_3.jpg)
परवेश वर्मा
दिल्ली विधानसभा चुनाव में परवेश वर्मा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. उन्होंने नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से अरविंद केजरीवाल को हराया.परवेश वर्मा राष्ट्रीय राजधानी के सबसे प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों में से एक से आते हैं. उनके पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री थे. उनके चाचा आजाद सिंह उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर थे और उन्होंने 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर मुंडका विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था.
परवेश वर्मा खुद पहली बार 2013 में दिल्ली विधानसभा के लिए चुने गए थे. उन्होंने तब महरौली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था और अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी योगानंद शास्त्री को हराया था, जो उस समय दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष थे. प्रवेश वर्मा 2014 के लोकसभा चुनाव में पश्चिमी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बने, जिसे उन्होंने 2019 में भी बरकरार रखा.
![Vijender Gupta](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-02-2025/23502624_2.jpg)
विजेंद्र गुप्ता
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा के मौजूदा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने रोहिणी सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रदीप मित्तल को हराया. उन्होंने 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में भी यह सीट जीती थी. वह दिल्ली भाजपा प्रमुख के पद पर रह चुके हैं. उनका अनुभव और लचीलापन उन्हें पार्टी के नेतृत्व के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बनाता है.
![Virendra Sachdeva](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-02-2025/23502624_33.jpg)
वीरेंद्र सचदेवा
वीरेंद्र सचदेवा दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष हैं. उन्होंने 23 मार्च 2023 को यह पद संभाला था. उनके नेतृत्व में भाजपा ने 2025 का दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें बहुमत हासिल किया और राजधानी में आम आदमी पार्टी का दबदबा खत्म किया. अपनी राजनीतिक भूमिका के अलावा, सचदेवा भारतीय तीरंदाजी संघ के महासचिव और दिल्ली ओलंपिक के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं.
![Harish Khurana](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-02-2025/23502624_r.jpg)
हरीश खुराना
मोती नगर से चुनाव लड़ रहे भाजपा के हरीश खुराना का आम आदमी पार्टी के शिवचरण गोयल से मुकाबला हुआ. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के बेटे हरीश खुराना भाजपा की दिल्ली यूनिट में सचिव, पब्लिक रिलेशन सेल के संयोजक और पार्टी प्रवक्ता के रूप में महत्वपूर्ण पदों पर हैं.
![BAnsuri](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-02-2025/23502624_ff.jpg)
बांसुरी स्वराज
पहली बार सांसद बनीं और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज भी दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की दावेदार के रूप में उभरीं. लोकसभा चुनाव में बांसुरी स्वराज ने नई दिल्ली सीट जीती, जो कभी अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के पास थी.
यह भी पढ़ें- कौन हैं शिखा रॉय, जिन्होंने ग्रेट कैलाश से सौरभ भारद्वाज को हराया? जानें