गोपालगंज: जिले के नगर थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर में रहने वाले एक गुटखा व्यवसायी ने अपने किराए के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. घटना की सूचना पाकर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
गुटखा और पान मसाला पर लगा बैन
मकान मालिक अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक एक गुटखा कंपनी में रीजनल मैनेजर के पद पर तैनात था और वो गोपालगंज में गुटखा की बिक्री से संबंधित काम देखता था. गुटखा व्यवसायी बिहार सरकार के गुटखा और पान मसाला पर बैन लगाने के बाद से वो डिप्रेशन में था. मृतक झारखंड निवासी पवन दत्ता बताया जाता है. घटना के कारणों का अबतक पता नहीं चल सका है.
पान मसाला का रीजनल मैनेजर था मृतक
अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक काफी हंसमुख और मिलनसार व्यक्ति था. उन्होंने बताया कि बीती रात उनके पत्नी की चिल्लाने और दरवाजे पीटने की आवाज आई. तब हम लोग ग्राउंड फ्लोर में पहुचे तो अंदर से दरवाजा लगा हुआ था. तब मैंने तुरन्त पुलिस को इसकी सूचना दी. उन्होंने बताया कि मृतक पहले दबंग पान मसाला के लिए काम करता था. 2 माह पहले ही लक्ष्मी निवास पान मसाला में रीजनल मैनेजर के पद पर ज्वाइन किया था. मृतक झारखंड जामताड़ा के निवासी स्व. गोपी बल्लभ दत्त के पुत्र पवन दत्त थे. इस घर में अपने पत्नी और दो बच्चों के साथ 2 वर्ष से रहते थे.
'नौकरी जाने का था डर'
पुलिस मृतक की पत्नी का बयान लेकर मामले की जांच में जुट गई है. वहीं, नगर थाना इंस्पेक्टर प्रशांत किशोर ने कुछ भी बताने से परहेज किया. स्थानीय लोगों ने बताया कि बिहार में पान मसाले पर रोक लगने के बाद से ही गुटखा व्यवसायी तनाव में थे कि उनकी नौकरी ना छूट जाए.