गोपालगंज: जिले की पंचदेवरी प्रखंड के मगहिया पंचायत स्थित वार्ड नंबर-5 में तालाब निर्माण में भारी पैमाने पर रुपयों की हेराफेरी का मामला सामने आया है. इस वार्ड में लगभग 17 कट्ठा में होने वाले तालाब निर्माण के बिना ही 2 लाख 74,000 की राशि खत्म कर दी गई है, लेकिन अभी तक तालाब का निर्माण नहीं हो सका है.
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से जल जीवन हरियाली के तहत तालाब को संरक्षित करने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है. इन योजनाओं में तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त कराने, तालाबों का पुनर्निर्माण करने, जल संरक्षण के लिए तालाब की खुदाई कराने की योजना बनाई गई है. लेकिन अधिकारी सरकार की योजनाओं पर पलीता लगाने में लगे हुए हैं. जिसके कारण सरकार की महत्वकांक्षी योजना सफल नहीं हो पा रही है.
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तलाब निर्माण में घपले की आशंका
बात करें गोपालगंज के पंचदेवरी प्रखंड के मगहिया पंचायत के वार्ड नंबर 5 की तो यहां अप्रैल 2020 में मनरेगा के तहत तालाब निर्माण के लिए 3 लाख 41 हजार का एस्टीमेट तैयार किया गया था. जिसमें 2 लाख 74 हजार की राशि खत्म कर दी गई है, लेकिन आज तक तालाब का निर्माण नहीं हो सका है. ऐसे में अधिकारियों की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होता हुआ नजर आ रहा है.
स्थानीय लोगों ने लगाए आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ दिन तक यहां तालाब का निर्माण कराने के लिए सफाई और खुदाई हो रहा थी, लेकिन अचानक काम बंद हो गया. इसको लेकर कई बार अधिकारियों को लिखित आवेदन देकर यह जानने की कोशिश की गई कि आखिर तालाब निर्माण का कार्य क्यों बंद हो गया, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया. स्थानीय लोगों ने कहा कि तालाब निर्माण की राशि भी निकाल ली गई है.
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अधिकारी ने दी जानकारी
इस संदर्भ में पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि पिछले साल अप्रैल महीने में कार्य की शुरुआत की गई थी, लेकिन बारिश के कारण काम को बंद कर दिया गया था. अब जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि तालाब निर्माण में 2 लाख 74 हजार की राशि मजदूरों की मजदूरी में खर्च कर हुई है. उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल से 15 जून तक कार्य हुआ, जिसमें 1,750 मजदूरों को कार्य में लगाने का एस्टीमेट बनाया गया था, लेकिन 1400 मजदूरों को काम में लगा कर 194 प्रति लेबर के हिसाब से प्रतिदिन प्रदान की गई है.