गोपालगंज: गोपालगंज के रहनेवाले मेडिकल स्टूडेंट्स (Bihar Students In Ukraine) मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गये थे लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग (Russia Ukraine Conflict) के कारण छात्र अपने देश नहीं लौट सके. अब यूक्रेन में भारतीय दूतावास के पास पहुंच ये सभी छात्र (Gopalganj Students Stuck In Ukraine) वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं. छात्रों ने एक वीडियो (Video Of Gopalganj Student From Ukraine) जारी कर भारतीय दूतावास और सीएम, एमपी से लेकर एमएलए तक से मदद करने की गुहार लगाई है.
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यूक्रेन में फंसे गोपालगंज के छात्र: इन छात्रों में गोपालगंज के तकिया गांव के शाहिल सिद्धिकी, इनकी बहन आलिया जाफिरा, मारवाड़ी मोहल्ला के आकिब अली, आजाद नगर मोहल्ले के रिजवान अली, मीरगंज के आशीष पांडेय, थावे के इमरान अली, मांझागढ़ के गौसुर आजम समेत एक दर्जन से ज्यादा छात्र शामिल हैं. यूक्रेन का वेस्टर्न सिटी अबतक सुरक्षित था, लेकिन अब वहां खतरा बढ़ गया है.
छात्रों ने शेयर किया वीडियो: यूक्रेन में फंसे मेडिकल स्टूडेंट्स ने गोपालगंज के सांसद डॉ आलोक कुमार, डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी समेत सरकार से वतन वापसी की गुहार लगायी है. छात्रों ने अपनी आप बीती सुनाते हुए कहा कि, युद्ध की वजह से खाने-पीने की साम्रग्री भी नहीं मिल पा रही है. यूक्रेन में फंसे मेडिकल छात्रों के मुताबिक गुरुवार की शाम में पानी और ब्रेड के साथ यूक्रेन की सरकार ने गोपालगंज के मेडिकल छात्रों को दूसरे जगह बंकर में शिफ्ट करने की बात कही है. वीडियो में गोपालगंज के रिजवान के साथ ही विभिन्न प्रदेशों के कई छात्र मौजूद हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं.
"यूक्रेन और रूस का विवाद हो चुका है. यहां जंग जारी है. हर तरफ बम के धमाके गूंज रहे हैं. हम भारतीय छात्र इवानो में फंस चुके हैं. भारतीय सरकार, एमपी, एमएलए से अपील है कि जल्दी से जल्दी हम सभी को यहां से निकाला जाए. यहां की स्थिति काफी क्रिटिकल है. एयरपोर्ट के आस-पास के इलाके में बम गिरा हुआ है. इवानो के जो भी सुरक्षित स्थान थे अब उसे टारगेट किया जा रहा है. सुबह से लगातार बमबारी हो रही है. यूक्रेन से जल्दी हमें निकालिए."- रिजवान अली, यूक्रेन में फंसे गोपालगंज के छात्र
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जेडीयू सांसद ने वीडियो कॉल पर की छात्रों से बात: आपको बता दें कि ये सभी छात्र साल 2019 से यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. अब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से उनके माता-पिता काफी परेशान हो गये हैं. उनके माता पिता सहित परिवार के सभी सदस्यों ने सरकार से उन्हें सुरक्षित वापस लाने की अपील की है. वहीं जेडीयू सांसद और जदयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन ने पहल कर यूक्रेन के इवानो सिटी में फंसे गोपालगंज के मेडिकल छात्रों से वीडियो कॉलिंग कर बात की है. मेडिकल छात्रों ने वीडियो कॉल के माध्यम से डॉ आलोक कुमार सुमन से भी वतन वापसी को लेकर गुहार लगाई है.
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रो पड़े यूक्रेन में फंसे बिहारी छात्र: यूक्रेन में फंसे मेडिकल छात्र गोपालगंज के सांसद के अपनी पीड़ा सुनाते हुए फफक कर रो पड़े. दरअसल जदयू सांसद डॉ अलोक कुमार सुमन से मेडिकल छात्रों ने कहा कि, यूक्रेन के इवानो में अब तक सेफ माना जा रहा था, लेकिन रात से वहां पर बम और गोले बरसाए जा रहे हैं. छात्र आकिब आलम, रिजवान और सूफिया सिद्दकी ने बताया कि, वहां हालात बेहद खराब हो चुके हैं. मेडिकल छात्रों ने सांसद से जल्द भारत बुलाने की अपील की है.
सांसद ने भी मेडिकल छात्रों को युद्ध के इस हालात में धैर्य बनाए रखने की अपील की है. सांसद ने मेडिकल छात्रों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि बिहार और केंद्र की सरकार लगातार उनके संपर्क में है. विदेश मंत्रालय को यूक्रेन में फंसे छात्रों के पासपोर्ट डिटेल को भेजा गया है. सरकार यूक्रेन से मेडिकल छात्रों को भारत बुलाने के लिए हर कदम उठा रही है.
"यूक्रेन में करीब 12 बच्चे गोपालगंज के फंसे हुए हैं. अबतक 12 छात्रों का पता चला है. बच्चों ने बताया कि वे काफी दहशत में हैं. मैंने समझाया कि धैर्य बनाए रखे डरने की जरूरत नहीं है. सभी को लाने में सरकार लगी हुई है. गोपालगंज के बच्चों को वापस लाने के लिए मैं सरकारी प्रयास कर रहा हूं. मेरा प्रयास होगा कि जल्द से जल्द सभी बच्चों को वापस लाया जाए."- डॉ आलोक कुमार सुमन, जेडीयू सांसद
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उधर, यूक्रेन में फंसे गोपालगंज के आजाद नगर मोहल्ले के राशिद रिजवान अली वीडियो शेयर कर लगातार केंद्र और राज्य सरकार के साथ गोपालगंज के सांसद और डीएम से सुरक्षित वतन बुलाने की गुहार लगा रहे हैं. रिजवान ने यूक्रेन के हालात की आपबीती बताते हुए कहा कि उनके साथ गोपालगंज के 14 मेडिकल स्टूडेंट्स फंसे हैं. जिन इलाकों में हैं, वहां के एयरबेस को रूस की सेना ने ध्वस्त कर दिया है. अब यूक्रेन से निकलने के लिए कोई विकल्प नहीं है.
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बता दें कि भारतीय मूल के 20,000 छात्र यूक्रेन में फंसे थे. जिसमें से भारत सरकार ने 4000 छात्रों को यूक्रेन से स्वदेश वापस बुला लिया है. लेकिन 16000 छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हैं. जिनके परिवार के लोग काफी दहशत में हैं. यूक्रेन में फ्लाइट बंद होने के कारण उन्हें भारत लाने में परेशानी हो रही है. सरकार इसका वैकल्पिक रास्ता खोज रही है. सरकार का दावा है कि जल्द ही फंसे सभी भारतीय छात्रों को वहां से बाहर निकाल लिया जाएगा.
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