गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में डेंगू धीरे-धीरे पांव पसार रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में डेंगू के चार मरीज मिले हैं. फिलहाल इन सभी मरीजों का उनके घर पर ही इलाज हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए तैयारी कर ली गयी है. बता दें कि इससे पहले कटेया के दुहौना में एक डेंगू पीड़ित मरीज की मौत हो गयी थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई थी.
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"अब तक डेंगू के 4 मरीज मिले हैं. सभी मरीज की हालत स्थिर है. पूरे जिले के स्वास्थ्य केंद्र पर डेंगू वार्ड बनाया गया है. सदर अस्पताल में 10 बेड, हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल में 10 और अन्य जगहों पर 5-5 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है."- वीरेंद्र प्रसाद, सिविल सर्जन
डेंगू के मरीज मिलेः सदर अस्पताल के पैथोलॉजी में अभी तक 137 सैम्पल की जांच की गयी है जिसमें 4 मरीज अस्पताल में मिले हैं. सदर अस्पताल के पैथोलॉजी में गुरुवार को जांच में वार्ड 20 की ख़ुशी कुमारी व वार्ड नंबर 28 की श्वेता गुप्ता के साथ मांझा प्रखंड के जगरनाथा गांव के संदीप मांझी डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं. कटेया के नवादा गांव की 42 वर्षीय सुनीता देवी भी डेंगू पॉजिटिव पाई गई है.
एंटी लार्वा का हो रहा छिड़कावः वहीं रविवार की रात में कुचायकोट प्रखंड के शिवराजपुर गांव की 35 वर्षीय महिला लालसा देवी, शहर में 2 वर्ष के गौरव कुमार 25 वर्षीय हरेन्द्र राम शुबुक तारा सहित एक अन्य व्यक्ति भी डेंगू पॉजिटिव पाया गया था. डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों एवं स्वास्थ्यकर्मियो को अलर्ट कर दिया है. वहीं नगर परिषद शहर में एंटी लार्वा का छिड़काव और फागिंग करवा रही है.
सुबह में करवायी जा रही फागिंगः नगर परिषद के ईओ ने बताया कि फागिंग और एंटी लार्वा के छिड़काव का काम पहले से रोस्टर बनाकर चल रहा था. लेकिन, इधर मरीज मिलने के बाद युद्ध स्तर पर इसे करवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जहां-जहां जलजमाव है उसमें एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है. सड़कों पर सुबह फागिंग करवायी जा रही है. सदर अस्पताल में जांच किट, दवा आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. हालांकि, प्लेटलेट्स चढ़ाने का अभी भी कोई उपाय नहीं है.
क्यों होता है डेंगूः डेंगू मच्छरों के काटने से फैलने वाली बीमारी है. बरसात के मौसम में डेंगू का मच्छर पनपता है. डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं. डेंगू के लक्षण आमतौर पर 2-7 दिनों तक रहता है. एक सप्ताह में मरीज ठीक हो जाते हैं. हालांकि, गंभीर स्थितियों में मरीज को ठीक होने में अधिक समय लग जाता है. डेंगू के लक्षण में सिर दर्द होना, मसल्स, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना आदि शामिल है.