गोपालगंजः बिहार की सबसे बड़ी समस्या बाढ़ है. इस कारण हर साल लाखों लोग बेघर होते हैं. किसानों की खेती-बारी सबकुछ बर्बाद हो जाता है. कहने के लिए सरकार हर साल बाढ़ से बचाव के लिए कटावरोधी काम के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करती है, लेकिन सारे खर्च नदी की तेज धारा में बह जाते हैं. इस साल भी बिहार में कटावरोधी के नाम पर करोड़ों खर्च किए गए, लेकिन इस बार फिर बाढ़ आएगी और तबाही मचेगी.
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गोपालगंज के कई इलाकों में घुसा पानीः बिहार के करीब 20 जिलों में हर साल बाढ़ आती है. पटना मधुबनी, दरभंगा, भागलपुर गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, कोसी, सीमांचल सहित कई जिलों में अभी से नदी उफान पर है. गोपालगंज के कई इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. गोपालगंज के 6 प्रखंड हर साल बाढ़ से प्रभावित रहता है, जिसमें सदर, मांढागढ़, सिधवलिया, बरौली, बैकुंठपुर, कुचायकोट के विश्वमभरपुर आदि क्षेत्र शामिल हैं.
गोपालगंज में गंडक नदी में उफानः बाल्मीकि नगर बैराज से छोड़े गए 2 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी से गंडक नदी उफान पर है. गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही दियारा इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. कई इलाकों के सड़कों पर पानी बहने से आवागमन प्रभावित होने लगा है. ऐसे में एक बार फिर से बाढ़ की विभीषिका की आशंका से निचले इलाके के लोग भयभीत हैं.
निचले इलाके के लोग भयभीतः गोपालगंज जिले के स्थानीय अदनान अंसारी ने बताया कि हर साल यही समस्या है. नेपाल में तराई इलाकों में बारिश के बीच यहां हर साल बाढ़ आती है. बाढ़ के समय में काफी परेशानी होती है, लेकिन कोई देखने के लिए नहीं आता है. नेता सिर्फ वोट मांगने के लिए आते हैं. चुनाव के बाद कोई हाल जानने के लिए भी यहां नहीं पहुंचता हैं.
"यहां के नेता सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने के लिए आते हैं. चुनाव के बाद कोई दर्शन नहीं देता है. हर साल बाढ़ में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां के लोग पलायन कर चुके हैं. दियारा क्षेत्र में सरकार आती है और देखकर चली जाती है, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ." - अदनान अंसारी, स्थानीय निवासी
जगरी टोला में घुसा नदी का पानीः इस बीच, सदर प्रखंड के निचले इलाकों के विभिन्न गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. इसमें जगीरी टोला, रामनगर खाप, मकसूदपुर, मलाही टोला के मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है. इस कारण दियारावासियों को आने-जाने में परेशानी हो रही है. जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है. माइकिंग के द्वारा लोगों को निचले इलाके को खाली कर उचित स्थान पर जाने की सलाह दी जा रही है.
सड़क पर चढ़ा बाढ़ का पानीः सदर प्रखंड के स्थानीय निवासी शरफराज ने बताया कि बाढ़ के समय में लोगों का आवामगन प्रभावित हो जाता है. सड़क पर पानी आ जाता है. कई जगह तो सड़क टूट जाती है, जिससे हादसे की आशंका रहती है. इसी कारण लोग यहां से पलायन कर जाते हैं.
"बाढ़ के समय लोगों को काफी परेशानी होती है. आज सुबह से सड़क पर पानी चढ़ गया है, जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है." - शरफराज, स्थानीय निवासी