गोपालगंजः बैकुंठपुर प्रखंड के फैजुल्लाहपुर के पास ध्वस्त हुए एप्रोच पथ का निरीक्षण करने देर रात डीएम और एसपी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मामले की जानकारी ली. बता दे कि बुधवार की शाम गंडक की तेज धारा के कारण एप्रोच पथ ध्वस्त हो गया था. जिसके कारण सारण और चंपारण के लोगों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है.
निरीक्षण करने पहुंचे डीएम
वहीं सत्तर घाट महासेतु के 2 किलोमीटर पहले का एप्रोच पथ ध्वस्त होने के बाद भी पानी के दबाव की वजह से रोड का हिस्सा लगातार टूटकर गंडक में गिर रहा है. पहले महज 20 से 30 फीट के एरिया को ही नुकसान पहुंचा था. लेकिन यह एरिया अब बढ़कर 60 फीट से ज्यादा हो गया है.
नदी की तेज धारा के कारण हुआ हादसा
मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी अरशद अजीज ने कहा कि नदी की तेज धारा के कारण यह हादसा हुआ है. साथ ही कटाव के बाद जब अभियंताओं की टीम मरम्मत करने गयी थी. तब भी ग्रामीणों ने कटाव निरोधी कार्य रोक दिया था और काम को बाधित किया था. वहीं, एप्रोच रोड टूटने के बाद कुछ स्थानीय नेताओं ने लॉकडाउन के बावजूद यहां धरना प्रदर्शन किया, जो लॉकडाउन का उल्लंघन है. जिसको लेकर बैकुंठपुर सीओ ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन दिया है.
लोगों पर प्राथमिकी दर्ज
इसके अलावा वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भी एक प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन बैकुंठपुर थाना में दिया है. जबकि एक आवेदन बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने भी काम में बाधा पहुंचाने को लेकर बैकुंठपुर थाना में दिया है. इस तरह कुल तीन प्राथमिकी इस मामले में दर्ज कराई जा रही है.