गोपालगंज: एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से भयभीत है. वहीं दूसरी तरफ गोपालगंज सदर अस्पताल में कोरोना से खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां के स्वास्थ्य कर्मी बेखौफ होकर बिना पीपीई किट पहने कोरोना सैंपल लेते हैं, जो खतरे से खाली नहीं है.
दरअसल, पूरे बिहार के अलावा गोपालगंज में भी लगातार कोरोना के नए मरीजों की संख्या बढ़ रही है. मरीजो की संख्या बढ़ने के साथ कोरोना टेस्ट करने का दायरा भी बढ़ा दिया गया है, लेकिन इन सबके बीच गोपालगंज सदर अस्पताल में कोरोना टेस्ट को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस सदर अस्पताल में बनाए गए कोरोना जांच केंद्र में स्वास्थ्य कर्मी लापरवाह होकर बिना किसी पीपीइ किट के ही कोरोना का सैंपल ले रहे है.
कोरोना के 2,145 पॉजिटिव मामले आए सामने
इतना ही नहीं इस सदर अस्पताल में जांच कराने आए लोगों को बिना सैनिटाइज किए कुर्सी पर बैठा दिया जाता है. कुर्सी पर बैठाने के बाद उनका सैंपल लेकर सैंपल स्टिक को सदर अस्पताल में ही इधर-उधर फेक दिया जा रहा है. इससे स्वास्थ्य विभाग के कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है. बता दें कि गोपालगंज में अबतक कोरोना के 2,145 पॉजिटिव मामले सामने आए है.
'गर्मी के कारण नहीं पहनते हैं पीपीई किट'
2,145 मरीजो में से अबतक 1480 मरीज ठीक हो गए है, जबकि 04 मरीजों की कोरोना से मौत हुई है. डीएम अरशद अजीज ने सभी हेल्थ सेण्टर में कोरोना की जांच को लेकर शिविर लगाने और सभी संदिग्ध लोगों की जांच के आदेश दिए थे. डीएम के आदेश के बाद सदर अस्पताल परिसर में भी 24 घंटे कोरोना की जांच के लिए जांच केंद्र बनाये गए है.
स्वास्थ्य कर्मी रंजीत भारद्वाज से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि गर्मी के करण पीपीई किट नहीं पहनते है. वहीं इस मामले पर डीएम अरशद अजीज ने बताया कि इस संदर्भ में मुझे कोई जानकारी नहीं है.