गोपालगंज: सीएम नीतीश कुमार जिले बैकुंठपुर प्रखंड के सत्तर घाट पर बने पुल का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उदघाटन करेंगे. इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. जिलाधिकारी अरशद अजीज और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी मौके पर पहुंचकर कार्यक्रम का जायजा लिया.
सत्तर घाट पर बने 1 हजार 440 मीटर लम्बे पुल का शिलान्यास वर्ष 2012 के अप्रैल माह में हुआ था. सारण और तिरहुत प्रमंडल के लोगों में एक आशा की किरण जागी थी. ऐसे में 8 साल बाद उनकी आस पूरी होगी. इस पुल के निर्माण के बाद सारण और तिरहुत प्रमंडल की दूरी कम हो जाएगी. सीएम नीतीश गोपालगंज और पूर्वी चंपारण को जोड़ने वाले गंडक नदी पर बने सत्तर घाट पुल का उद्घाटन पटना से करेंगे.
263.47 करोड़ की लागत से बना पुल
- 263.47 करोड़ की लागत से बने सत्तरघाट पुल बौद्ध परिपथ और रामजानकी मार्ग का अहम हिस्सा है.
- 1440 मीटर लंबे पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने किया है.
- यह पुल गोपालगंज के बैकुंठपुर से पूर्वी चंपारण के चकिया को जोड़ेगा.
- इससे सीवान, छपरा, गोपालगंज होते हुए एनएच-28 के जरिये उत्तर बिहार के अधिसंख्य जिलों की संपर्कता हो जाएगी.
- इस पुल से पटना से मशरख होते हुए रक्सौल तक सीधा रास्ता उपलब्ध हो जाएगा.
- महासेतु का उद्घाटन होने से गोपालगंज, सारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर जिलों के करीब 40 लाख से अधिक की आबादी को फायदा होगा.
- तिरहुत और सारण प्रमंडलों के बीच आवागमन आसान हो जाएंगे.
- व्यापार जगत के साथ दिलों के रिश्ते भी मजबूत होंगे.
मंगलवार को उद्घाटन के दौरान गोपालगंज और पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी मौजूद रहेंगे. इस दौरान सतरघाट पुल स्थल के समीप लोगों की बैठने की व्यवस्था होगी, जिसमें कई मंत्री और सासंद और विधायक शामिल होंगे. इस दौरान पुल के दोनों सीमा सील कर दिया जाएगा.