गोपालगंज: बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित जिले के छह शिक्षकों का चयन रद्द किया जा सकता है. इसको लेकर जिला शिक्षा विभाग द्वारा जांच में 6 शिक्षकों की शैक्षणिक प्रमाणपत्रों में गड़बड़ी पाई गई है. 5 दिसंबर को जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने जांचोपरांत के बाद चयन को रद्द करने के लिए सिफारिश की गई है. जिसके बाद चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया.
गोपालगंज में शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई : जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि बीपीएससी द्वारा चयनित कुछ अभ्यर्थी है, उनका क्वालिफिकेशन में कुछ अंतर था. प्लस टू है तो उसमें पीजी होना चाहिए था, लेकिन उनका इंटर था. जिन्हें ज्वॉइनिंग लेटर नहीं दिया गया है. कुछ ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनका हाई स्कूल के लिए STET होना चाहिए, लेकिन वे CTET से चले आए है. जांच में शैक्षणिक गड़बड़ी मिलने के बाद विभाग के पास रेफर कर दिया गया है.
शिक्षकों का डॉक्यूमेंट नौकरी योग्य नहीं : उन्होंने बताया कि ऐसे अभ्यर्थियों पर कार्रवाई के सवाल पर उन्होंने बताया कि जब इनका क्वालिफिक्शन नहीं होगा तो ये चयन मुक्त हो जाएंगे. शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए कार्रवाई की रिपोर्ट में शामिल शिक्षकों में अपूर्वा दुबे, फैयाजुल हक, मधु कुमारी, साधना विश्वकर्मा, शांभवी पटेल और अर्चना मिश्रा शामिल है. ये सभी शिक्षक का छात्रों को पढ़ने के लिए नियुक्त किए गए थे, लेकिन उनकी योग्यता पर सवाल उठाते हुए शिक्षा विभाग बड़ी कार्रवाई की है.
"बीपीएससी चयनित कुछ अभ्यर्थी का क्वालिफिकेशन में कुछ अंतर था. प्लस टू है तो उसमें पीजी होना चाहिए था, लेकिन उनका इंटर था. जिन्हें ज्वॉइनिंग लेटर नहीं दिया गया है. कुछ ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनका हाई स्कूल के लिए STET होना चाहिए, लेकिन वे CTET से चले आए है."-राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी
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