गया: नक्सल प्रभावित मोहनपुर प्रखंड के अमकोला पंचायत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना दम तोड़ती नजर आ रही है. अमकोला पंचायत के दलित बाहुल जरलाही गांव की महिलाएं पानी के लिए कई किलोमीटर पैदल चलकर नहर और पोखर से पानी लाती हैं. महिलाओं का कहना है कि कई बार मुखिया से लेकर अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाई, लेकिन टालमटोल के अलावा कोई भी कार्य नहीं हुआ.
ग्रामीण परेशान
दरअसल, स्थानीय जनप्रतिनिधि और योजना को क्रियान्वित करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से कागजों पर तो इन योजनाओं का क्रियान्वयन लगातार हो रहा है, लेकिन धरातल पर कोई भी योजना नजर नहीं आ रही है. इस कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
योजनओं में मची है लूट
योजनाओं में लूट का आलम यह है कि पंचायत के विभिन्न गांव में सालों से पेयजल सप्लाई के लिए पानी टंकी का निर्माण तो करा लिया गया, बाबुओं की जेब में इसकी सारी राशि भी चली गई, ले आज तक लोगों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ. इतना ही नहीं कई घरों तक पाइप भी नहीं बिछाई गई. कमोवेश पंचायत में सड़कों की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है.