गयाः गया रेलवे जंक्शन पर यहां की धार्मिक और ऐतिहासिक मान्यताओं की झलक दिखेगी. स्टेशन की दीवारों पर भगवान बुद्ध और विष्णु की छटा से लेकर बोधगया के मंदिर और यहां के पहाड़ों की झलक उकेरी जा रही है. यात्रियों को जंक्शन पर उतरते ही एहसास होगा की वो मोक्ष और ज्ञान की धरती पर आ चुके हैं. जंक्शन परिसर में चित्रकारी करने के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कला के छात्रों को बुलाया गया है.
दीवारों पर रहती थी मकड़ों की जाल
जंक्शन के मुख्य एंट्रेंस और वेटिंग रूम को सनातन और बौद्ध धर्म के देवता और मान्यताओं से सजाया जा रहा है. विश्रामालय में अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे एक यात्री बताते हैं कि कुछ दिन तक यहां की दीवारें मकड़ों की जाल और पान-गुटकों की पिक से पटी रहती थी. अब यहां की पहचान के अनुसार पेटिंग की जा रही है. गया आने वाले लोग यहां के पर्यटन स्थल की झलक अब स्टेशन पर ही देख लेंगे.
BHU के छात्र कर रहे हैं पेंटिग
पेटिंग कर रहे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र अंजन रत्न ने बताया कि हमलोगों को विश्वविद्यालय की ओर से भेजा गया है. गया की पहचान और यहां की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हमलोग पेटिंग बना रहे हैं. बैकग्राउंड में पहाड़ को दर्शाया गया है क्योंकि गया में एंट्री करते ही पहाड़ दिखती है. उसके ऊपर पेड़-पौधे और फूल बनाए गए हैं. प्लाई बोर्ड पर विष्णु के दशावतार और बुद्ध के विभिन्न मुद्राओं की तस्वीर बनाई गई है.
पितृपक्ष मेला से पहले बदल जाएगी सूरत
बता दें कि गया जंक्शन मुगलसराय मंडल का सबसे बड़ा जंक्शन है. सामान्य दिनों में यहां से औसतन 22 हजार यात्री यात्रा करते हैं. जबकी पितृ पक्ष मेला के समय यात्रियों की संख्या बढ़कर लाखों में पहुंच जाती है. बताया जा रहा कि पितृ पक्ष मेला शुरू होने से पहले ही गया जंक्शन की सूरत बदल जायेगी.