गया: बिहार (Bihar) के गया (Gaya) मानपुर प्रखंड में पुलिस ने दफनाये गए शव (Buried Bodies) को कब्र से बाहर निकलवाया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए अस्पताल भेज दिया. इस दौरान मौके पर आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई.
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क्या था मामला ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 जून की देर शाम मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के भुसुंडा मोहल्ला निवासी सोनू चौधरी बाजार में एक ठेले से फल खरीद रहा था. उसके साथ उसका दोस्त जयकरण भी था, जो बाइक से था. दोनों दोस्त खड़े होकर बात कर रहे थे. इसी बीच एक टैंकर ने दोनों को टक्कर मार दी. जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने टैंकर और बाइक दोनों को जप्त कर लिया.
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इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती
दोनों को इलाज के लिए शहर के जयप्रकाश नारायण अस्पताल ( Jayprakash Narayan Hospital) में भर्ती कराया गया था. जहां बेहतर इलाज के लिए सोनू के परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया, लेकिन देर रात उसकी मौत हो गई.
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
घटना से मर्माहत परिजनों ने पुलिस को बिना जानकारी दिए उसके शव को भुसुंडा थाना क्षेत्र में दफना दिया. जैसे ही इसकी जानकारी शनिवार को पुलिस को मिली पुलिस ने परिजनों से मिलकर कब्र से सोनू के शव को बाहर निकलवाया. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया.
'सड़क दुर्घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. लेकिन परिजनों ने पूरी प्रक्रिया किए बिना ही शव को दफन कर दिया. यही वजह है कि शव को कब्र से बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है. मामला पुलिस प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है, इसलिए पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जरूरी है'.- पंकज सिंह, इंस्पेक्टर