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गया: पंजाबी लंगर पितृपक्ष में प्रतिदिन 5 हजार तीर्थयात्रियों को करा रहा है नि:शुल्क भोजन - पंजाब राज्य के बठिंडा से आए लोगों

पंजाबी लंगर की ओर से प्रतिदिन 5 से 6 हजार तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है. पिछले 6 वर्षों से गयाजी में पंजाब के लोग तीर्थयात्रियों की सेवा कर रहे हैं.

5 हजार तीर्थयात्रियों को कराती है निशुल्क भोजन
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Published : Sep 23, 2019, 10:39 PM IST

गया: पितृपक्ष महासंगम-2019 में परोपकार और मानवता का संगम दिख रहा है. पंजाबी लंगर की ओर से प्रतिदिन 5 से 6 हजार तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है. पिछले 6 वर्षों से गयाजी में पंजाब के लोग तीर्थयात्रियों की सेवा कर रहे हैं.

तीर्थयात्रियों को कराया जा रहा है नि:शुल्क भोजन
विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में देश-विदेश से तीर्थयात्री प्रतिदिन गयाजी आ रहे हैं और अपने पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए श्राद्ध और पिंडदान-कर्मकांड कर रहे हैं. इन तीर्थयात्रियों की सेवा में कई लोग लगे हुए हैं. इसी क्रम में पंजाब के बठिंडा से आए लोगों की ओर से शहर के शाहमीर तकिया मोहल्ला स्थित पंजाबी धर्मशाला में विशाल पंजाबी लंगर लगाया गया है. जहां प्रतिदिन तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है.

पंजाबी लंगर

'6 साल पहले ऐसे शुरू हुआ था लंगर'
लंगर आयोजक विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि वह 6 साल पहले अपने पितरों के पिंडदान के लिए गयाजी आए थे. यहां आकर महसूस हुआ कि बाहर से आने वालों के लिए यहां खान-पान की काफी दिक्कतें हैं, फिर हमने लंगर की शुरुआत की. जो पूरे पितृपक्ष मेला के दौरान चलता है. लंगर के माध्यम से तीर्थ यात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जाता है. प्रतिदिन लगभग 5 से 6 हजार तीर्थयात्री यहां भोजन करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि लंगर लगाने के लिए दोस्तों और सहयोगियों से आर्थिक सहयोग मिलता है.

punjabi langar
पितृपक्ष में प्रतिवर्ष लगता है पंजाबी लंगर

पिछले 6 वर्षों से चल रहा है लंगर
वहीं, स्थानीय पंडा अमरनाथ मेहरवार ने कहा कि पंजाब के लोगों ने उनसे लंगर लगाने के लिए जगह की मांग की थी. तब उन्होंने अपने धर्मशाला में लंगर लगाने की जगह दी. पिछले 6 वर्षों से निर्वाध रूप से पंजाब के भटिंडा से आने वाले तीर्थयात्रियों की ओर से लंगर लगाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला के दौरान परोपकार और मानवता का संगम गयाजी में देखने को मिल रहा है.

गया: पितृपक्ष महासंगम-2019 में परोपकार और मानवता का संगम दिख रहा है. पंजाबी लंगर की ओर से प्रतिदिन 5 से 6 हजार तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है. पिछले 6 वर्षों से गयाजी में पंजाब के लोग तीर्थयात्रियों की सेवा कर रहे हैं.

तीर्थयात्रियों को कराया जा रहा है नि:शुल्क भोजन
विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में देश-विदेश से तीर्थयात्री प्रतिदिन गयाजी आ रहे हैं और अपने पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए श्राद्ध और पिंडदान-कर्मकांड कर रहे हैं. इन तीर्थयात्रियों की सेवा में कई लोग लगे हुए हैं. इसी क्रम में पंजाब के बठिंडा से आए लोगों की ओर से शहर के शाहमीर तकिया मोहल्ला स्थित पंजाबी धर्मशाला में विशाल पंजाबी लंगर लगाया गया है. जहां प्रतिदिन तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है.

पंजाबी लंगर

'6 साल पहले ऐसे शुरू हुआ था लंगर'
लंगर आयोजक विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि वह 6 साल पहले अपने पितरों के पिंडदान के लिए गयाजी आए थे. यहां आकर महसूस हुआ कि बाहर से आने वालों के लिए यहां खान-पान की काफी दिक्कतें हैं, फिर हमने लंगर की शुरुआत की. जो पूरे पितृपक्ष मेला के दौरान चलता है. लंगर के माध्यम से तीर्थ यात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जाता है. प्रतिदिन लगभग 5 से 6 हजार तीर्थयात्री यहां भोजन करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि लंगर लगाने के लिए दोस्तों और सहयोगियों से आर्थिक सहयोग मिलता है.

punjabi langar
पितृपक्ष में प्रतिवर्ष लगता है पंजाबी लंगर

पिछले 6 वर्षों से चल रहा है लंगर
वहीं, स्थानीय पंडा अमरनाथ मेहरवार ने कहा कि पंजाब के लोगों ने उनसे लंगर लगाने के लिए जगह की मांग की थी. तब उन्होंने अपने धर्मशाला में लंगर लगाने की जगह दी. पिछले 6 वर्षों से निर्वाध रूप से पंजाब के भटिंडा से आने वाले तीर्थयात्रियों की ओर से लंगर लगाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला के दौरान परोपकार और मानवता का संगम गयाजी में देखने को मिल रहा है.

Intro:पंजाबी लंगर द्वारा प्रतिदिन 5 से 6 हजार तीर्थयात्रियों को कराया जा रहा निशुल्क भोजन,
पितृपक्ष महासंगम-2019 में परोपकार और मानवता का दिख रहा संगम,
विगत 6 वर्षों से पंजाब के लोग तीर्थयात्रियों की कर रहे सेवा।


Body:गया: विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में देश-विदेश से तीर्थयात्री प्रतिदिन गयाजी आ रहे हैं और अपने पितरों की मोक्ष की प्राप्ति के लिए श्राद्ध व पिंडदान कर्मकांड कर रहे हैं। इन तीर्थयात्रियों की सेवा में कई लोग लगे हुए हैं। इसी क्रम में पंजाब राज्य के बठिंडा से आए लोगों के द्वारा शहर के शाहमीर तकिया मोहल्ला स्थित पंजाबी धर्मशाला में विशाल पंजाबी लंगर लगाया गया है। जहां प्रतिदिन तीर्थयात्रियों को निशुल्क भोजन कराया जा रहा है।
इस लंगर के आयोजक विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि वे लोग 6 साल पहले अपने पितरों का पिंडदान करने के लिए गयाजी आए थे। तब देखा कि यहां बाहर से आने वाले लोगों के लिए खान-पान की काफी दिक्कत है। जो दूसरे राज्य के लोग होते हैं,उनके मन मुताबिक यहां खाना नहीं मिल पाता है। तब हमने लंगर की शुरुआत की। पहले मेला क्षेत्र में लंगर लगाया गया। लेकिन बाद में पंजाबी धर्मशाला में उन्हें जगह दी गई। तब से विगत 6 वर्षों से लगातार लंगर लगाया जा रहा है। जो पूरे पितृपक्ष मेला के दौरान चलता है। लंगर के माध्यम से तीर्थ यात्रियों को निशुल्क भोजन कराया जाता है। प्रतिदिन लगभग 5 से 6 हजार तीर्थयात्री यहां भोजन करते हैं। उन्होंने कहा कि अपने दोस्तों और सहयोगियों के द्वारा यह लगाने के लिए आर्थिक सहयोग दिया जाता है। तब से यह लंगर आज तक निर्बाध रूप से चल रहा है।
वही फिरोजपुर निवासी दिनेश कुमार ने कहा कि पहले यह सुनते थे कि बिहार में काफी ठगी होती है। लेकिन यहां आकर देखा कि ऐसा कुछ नहीं है। स्थानीय पंडाजी ने भी काफी अच्छी से पूजा कराई। जिला प्रशासन ने भी काफी साफ-सफाई की व्यवस्था कर रखी है। जो बिहार के बारे में सुना था। अब उसकी छवि बदल रही है। यहां सब कुछ बहुत अच्छा लगा।
वही लंगर में खाना खाने पहुंची पंजाब राज्य के फिरोजपुर जिले की तीर्थयात्री पुष्पा रानी ने बताया कि यहां पितृपक्ष मेला में काफी अच्छी व्यवस्था है। निशुल्क रूप से यहां भोजन और रहने की व्यवस्था है। लंगर के माध्यम से तीर्थ यात्रियों को चावल, दाल, सब्जी, रोटी,चाय, नाश्ता सबकुछ निशुल्क मिलता है। तीर्थयात्री भी यहां आकर भोजन का आनंद लेते हैं।
वही स्थानीय पंडा अमरनाथ मेहरवार ने कहा कि पंजाब के लोगों के द्वारा उनसे लंगर लगाने के लिए जगह की मांग की गई थी। तब उन्होंने अपने धर्मशाला में लगाने की जगह दी। विगत 6 वर्षों से निर्बाध रूप से पंजाब के भटिंडा से आने वाले तीर्थयात्रियों के द्वारा लगाया जा रहा है। सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन, शाम में फिर चाय नाश्ता और रात्रि भोजन प्रतिदिन तीर्थ यात्रियों को निःशुल्क कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला के दौरान परोपकार और मानवता का संगम गयाजी में देखने को मिल रहा है।

बाइट- विजय कुमार गुप्ता, लंगर के आयोजक।
बाइट- दिनेश कुमार, तीर्थयात्री फिरोजपुर ।
बाइट- पुष्पा रानी, तीर्थयात्री पंजाब।
बाइट- अमरनाथ मेहरवार, स्थानीय पांड।

रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
गया


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