गया: पितृपक्ष महासंगम-2019 में परोपकार और मानवता का संगम दिख रहा है. पंजाबी लंगर की ओर से प्रतिदिन 5 से 6 हजार तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है. पिछले 6 वर्षों से गयाजी में पंजाब के लोग तीर्थयात्रियों की सेवा कर रहे हैं.
तीर्थयात्रियों को कराया जा रहा है नि:शुल्क भोजन
विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में देश-विदेश से तीर्थयात्री प्रतिदिन गयाजी आ रहे हैं और अपने पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए श्राद्ध और पिंडदान-कर्मकांड कर रहे हैं. इन तीर्थयात्रियों की सेवा में कई लोग लगे हुए हैं. इसी क्रम में पंजाब के बठिंडा से आए लोगों की ओर से शहर के शाहमीर तकिया मोहल्ला स्थित पंजाबी धर्मशाला में विशाल पंजाबी लंगर लगाया गया है. जहां प्रतिदिन तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है.
'6 साल पहले ऐसे शुरू हुआ था लंगर'
लंगर आयोजक विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि वह 6 साल पहले अपने पितरों के पिंडदान के लिए गयाजी आए थे. यहां आकर महसूस हुआ कि बाहर से आने वालों के लिए यहां खान-पान की काफी दिक्कतें हैं, फिर हमने लंगर की शुरुआत की. जो पूरे पितृपक्ष मेला के दौरान चलता है. लंगर के माध्यम से तीर्थ यात्रियों को नि:शुल्क भोजन कराया जाता है. प्रतिदिन लगभग 5 से 6 हजार तीर्थयात्री यहां भोजन करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि लंगर लगाने के लिए दोस्तों और सहयोगियों से आर्थिक सहयोग मिलता है.
पिछले 6 वर्षों से चल रहा है लंगर
वहीं, स्थानीय पंडा अमरनाथ मेहरवार ने कहा कि पंजाब के लोगों ने उनसे लंगर लगाने के लिए जगह की मांग की थी. तब उन्होंने अपने धर्मशाला में लंगर लगाने की जगह दी. पिछले 6 वर्षों से निर्वाध रूप से पंजाब के भटिंडा से आने वाले तीर्थयात्रियों की ओर से लंगर लगाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला के दौरान परोपकार और मानवता का संगम गयाजी में देखने को मिल रहा है.