गया: कोरोना से बचाव के लिए अभी एक मात्र उपाय टीका है. लोग महामारी (Corona Pandemic) की चपेट में आने से बच सकें इसके लिए राज्य सरकार टीकाकरण अभियान (Corona Vaccination Campaign) चला रही है. गांव-गांव जाकर स्वास्थ्यकर्मी लोगों को कोरोना का टीका (Covid Vaccine) लगा रहे हैं. हालांकि कई जगह जागरूकता की कमी और अफवाह के चलते लोग टीका लगवाने को तैयार नहीं हो रहे. एक ऐसा ही गांव गया जिले में भी है. यहां के लोग टीकाकरण कैंप लगते ही बीमार पर जाते हैं.
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गया जिले के मानपुर प्रखंड के शादीपुर पांचयत के अलीपुर गांव के लोग टीका लगवाने से बचने के लिए तरह-तरह के बहाने करते हैं. अधिकतर महिलाएं बीमारी का बहाना बनाती हैं. वहीं, पुरुषों को नपुंसकता का डर सताता है. कोई कहती हैं दिल की मरीज हूं तो कोई अन्य गंभीर बीमारियां होने का हवाला देकर टीका लगवाने को तैयार नहीं होती. जीविका दीदियां गांव में जाकर लोगों को समझाती हैं, लेकिन तब भी ग्रामीण वैक्सीन लेने के लिए तैयार नहीं होते.
45 प्लस वाले नहीं लेना चाहते टीका
जीविका से जुड़ी सोनी देवी ने कहा, "गांव के 18 प्लस खासकर युवाओं में कोविड वैक्सीन को लेकर जागरूकता है, लेकिन 45 प्लस लोगों में बिल्कुल जागरूकता नहीं है. वे घर से बाहर नहीं निकलते हैं. जागरूक करने पर लोग अफवाहों से जुड़ी बातों का जिक्र करते हैं. आज सुबह से कैम्प लगा हुआ है, लेकिन बहुत समझाने पर मात्र तीन महिलाएं वैक्सीन लेने के लिए तैयार हुईं.
बात तक नहीं करतीं महिलाएं
जीविका से जुड़ी नेहा ने कहा, "हमलोग गांव में कोरोना वैक्सीन के लिए लोगों को जागरूक करने कई बार आईं हैं. गांव की महिलाएं हमलोगों से बात तक नहीं करती हैं. एक महिला जिस अफवाह के बारे में जिक्र करेगी वही बात सभी महिलाएं बोलती हैं."
बीमार रहती हूं, नहीं ले सकती टीका
"मुझे थायराइड की बीमारी है. इस वजह से वैक्सीन नहीं ले रही हूं. मेरे पास इस बीमारी का कागज भी है. आप देखना चाहते हैं तो देख सकते हैं."- कुंती देवी, ग्रामीण
"मुझे दिल की बीमारी है. मैं अत्यधिक प्रभावशाली दवा लेने से डरती हूं. मेरे घर में अभी तक किसी ने कोरोना वैक्सीन नहीं लिया."- शोभा देवी, ग्रामीण
"मैं बीमार रहती हूं. लगातार दवा खाती हूं. इस वजह से कोरोना का वैक्सीन नहीं ले रही हूं."- वीणा देवी, ग्रामीण
1.2 करोड़ लोगों ने लगवाया है टीका
गौरतलब है कि, बिहार में कोरोना टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 16 जून तक राज्य के 1,26,76,548 लोगों ने कोरोना का टीका लिया है. 1,05,61,247 ने पहली खुराक ले ली है. वहीं, 21,15,301 लोगों ने टीका का दोनों डोज ले लिया है.
वायरस से बचाता है टीका
कोरोना वायरस से बचाव का अभी एक मात्र उपाय टीका है. टीका शरीर में वायरस से लड़ने के लिए आवश्यक एंटीबॉडीज बनाता है. कोरोना का संक्रमण होने पर शरीर में पहले से मौजूद एंटीबॉडी मुकाबला करता है और इंसान की जान बचती है. दूसरी खुराक लेने के बाद शरीर में एंटीबॉडीज की मात्रा ज्यादा हो जाती है. इसलिए वायरस से संक्रमण का खतरा भी कम हो जाता है. अगर संक्रमण होता भी है तो बहुत मामूली होता है.
चिंता की नहीं जरूरत
बहुत से लोग इस बात से डरते हैं कि कोरोना का टीका लगवाने पर बीमार हो जाएंगे. टीका लगने के बाद बुखार, थकान और हल्का सिरदर्द हो सकता है. इसके साथ ही कुछ लोगों को खुराक में कमी, चक्कर, मिचली, उल्टी, पेट में दर्द, शरीर में खुजली, शरीर पर दाने, बदन दर्द, जहां टीका लगाया गया वहां हल्का दर्द या भारीपन, थकान आदि हो सकता है. दवा लेने से यह जल्द ही ठीक हो जाता है. इसलिए चिंता की जरूरत नहीं है.
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