गया: जिले में चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति बनाने में लगे हुए हैं. रणनीति का पहला चरण जातीय समीकरण पर आधारित होता है. इसी समीकरण को लेकर मुस्लिम एकता मंच ने जिला सम्मेलन का आयोजन किया. जिला सम्मेलन में सभी वक्ताओं ने कहा महागठबंधन मगध क्षेत्र के 26 सीटों में से 6 सीट अल्पसंख्यक को नहीं दी जाएगी तो, महागठबंधन का साथ नहीं दिया जाएगा.
2015 में नहीं बनाया गया था उम्मीदवार
दरअसल बिहार का मगध क्षेत्र किसी को सत्ता तक पहुंचाने में अहम रोल अदा करती है. सत्ता की कुर्सी पर बैठने वाले हर शख्स को मगध का मत चाहिए. मगध की अहमियत को देखते हुए हर दल इस क्षेत्र में जातीय समीकरण देखता है, लेकिन पिछले चुनाव 2015 में महागठबंधन ने मगध क्षेत्र से एक भी अपल्पसंख्यकों को उम्मीदवार नहीं बनाया था. इस बार के चुनाव में अल्पसंख्यक अपने मत प्रतिशत के आधार पर महागठबंधन से मगध क्षेत्र के 26 में 6 सीटो की मांग कर रहे हैं.
2015 के चुनाव में ठगी का आरोप
मगध मुस्लिम एकता मंच ने महागठबंधन से मगध क्षेत्र में 26 में 6 सीट की मांग को लेकर जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया. यह सम्मेलन अनवरुल उलूम मदरसा में किया गया. इस सम्मेलन में अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. इस सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि 2015 के चुनाव में उनके साथ ठगी हुई है. महागठबंधन के नाम पर उनसे वोट लिया गया, लेकिन महागठबंधन ने एक भी अल्पसंख्यक उम्मीदवार मगध क्षेत्र में नहीं दिया. मगध क्षेत्र में उम्मीदवार न देने से उनके समुदाय का एक भी व्यक्ति सदन में नहीं गया.
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