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कैसे हुई कुख्यात नक्सली संदीप यादव की मौत, बेटे ने खोला राज

इनामी माओवादी नेता संदीप यादव (Most Wanted Maoist Sandeep Yadav) की मौत कैसे हुई, इसके लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. फिलहाल शव को ANMMCH में रखा गया है, जहां शव का पोस्टमार्टम होगा. वहीं नक्सली संदीप यादव के बेटे ने कुछ अहम जानकारियां दी हैं. पढ़ें पूरी खबर..

Most Wanted Maoist Sandeep Yadav
Most Wanted Maoist Sandeep Yadav
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Published : May 26, 2022, 12:16 PM IST

Updated : May 26, 2022, 12:24 PM IST

गया: बिहार-झारखंड समेत पांच राज्यों के मोस्ट वांटेड नक्सली संदीप यादव (Sandeep Yadav post mortem in ANMMCH) का शव गया शहर के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल (Anugrah Narayan Magadh Medical College) में पोस्टमार्टम के लिए पुलिस अभिरक्षा में लाया गया. इस दौरान संदीप यादव का बेटा समेत गांव के दर्जनों लोग मौजूद थे. पोस्टमार्टम को लेकर मेडिकल टीम का गठन किया गया है. मेडिकल टीम के सदस्यों की मौजूदगी में वीडियोग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.

पढ़ें-जमुई में हार्डकोर नक्सली राजेन्द्र कोड़ा गिरफ्तार, बरामद हुए नक्सली सामान

नक्सली संदीप यादव के बेटे ने कही ये बात: इस दौरान मौके पर मौजूद संदीप यादव के पुत्र सोनू कुमार ने बताया कि कल देर शाम साढ़े 5 बजे सूचना मिली कि पिताजी की मौत (Maoist Sandeep Yadav Died) हो गई है घर आ जाइये. जिसके बाद गया स्थित आवास से अपने पैतृक गांव बांके बाजार प्रखंड के लुटुआ थाना क्षेत्र के बाबूराम डीह पहुंचे, जहां देखा कि पिता का शव पहले से रखा हुआ है. किसी के द्वारा जानकारी मिली कि शव को गांव के चबूतरे पर छोड़ दिया गया था. सोनू कुमार गया शहर में सीमेंट का व्यवसाय करता है. उसने बताया कि पोस्टमार्टम को लेकर पुलिस-प्रशासन के लोग सहयोग कर रहे हैं.

"देखने से इंफेक्शन टाइप का लग रहा है केमिकल इंफेक्शन टाइप का. पहले से पिताजी के बीमार होने की कोई जानकारी नहीं थी. पिताजी से आखिरी बार वर्ष 2013-14 के आसपास मिले थे. हमसे कोई संपर्क नहीं था. पुलिस विभाग कोऑपरेट कर रही है. हमलोग पोस्टमार्टम के लिए आए हैं लेकिन डॉक्टर आए नहीं है."- सोनू कुमार, नक्सली संदीप यादव के बेटे

थानाध्यक्ष ने दी ये जानकारी: वहीं मौके पर मौजूद मगध मेडिकल थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने बताया कि नक्सली संदीप यादव का शव कड़ी सुरक्षा के बीच अहले सुबह पोस्टमार्टम रूम तक लाया गया है. सारी प्रक्रिया के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा. इस दौरान संदीप के परिजन एवं गांव के लोग भी यहां मौजूद हैं. सारी प्रक्रिया विधिवत पूरी की जाएगी.

"संदीप यादव की बॉडी पोस्टमार्टम के लिए आई है. करीब साढ़े 4-5 बजे बॉडी आई थी. प्रक्रिया पूरा किया जा रहा है. उसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जाएगी. पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि मौत का कारण क्या था."- शैलेश कुमार, थानाध्यक्ष, मगध मेडिकल

500 नक्सली कांड दर्जः संदीप यादव खिलाफ बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में करीब 500 नक्सली कांड दर्ज हैं. जानकारी के अनुसार विभिन्न राज्यों की पुलिस के द्वारा रखे गए इनामों को जोड़ दिया तो संदीप उर्फ विजय 84 लाख का इनामी माओवादी था. करीब 3 दशकों से बिहार झारखंड समेत विभिन्न राज्यों में विध्वंसक कांडों को अंजाम दिया था. बिहार में उसके खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं.


ईडी कर चुकी है संपत्ति जब्तः 2018 में देश में पहली बार ईडी ने किसी नक्सली नेता के खिलाफ कार्रवाई की थी तो वह संदीप यादव ही था. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने नक्सली संदीप यादव उर्फ विजय यादव उर्फ रूपेश की 86 लाख मूल्य की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया था. जब्त संपत्ति में भूखंड और फ्लैट की कीमत 50 लाख रुपया प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आंकी गयी थी. ईडी की ओर से यह जब्ती बिहार के गया और औरंगाबाद क्षेत्र से की गई थी.


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गया: बिहार-झारखंड समेत पांच राज्यों के मोस्ट वांटेड नक्सली संदीप यादव (Sandeep Yadav post mortem in ANMMCH) का शव गया शहर के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल (Anugrah Narayan Magadh Medical College) में पोस्टमार्टम के लिए पुलिस अभिरक्षा में लाया गया. इस दौरान संदीप यादव का बेटा समेत गांव के दर्जनों लोग मौजूद थे. पोस्टमार्टम को लेकर मेडिकल टीम का गठन किया गया है. मेडिकल टीम के सदस्यों की मौजूदगी में वीडियोग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.

पढ़ें-जमुई में हार्डकोर नक्सली राजेन्द्र कोड़ा गिरफ्तार, बरामद हुए नक्सली सामान

नक्सली संदीप यादव के बेटे ने कही ये बात: इस दौरान मौके पर मौजूद संदीप यादव के पुत्र सोनू कुमार ने बताया कि कल देर शाम साढ़े 5 बजे सूचना मिली कि पिताजी की मौत (Maoist Sandeep Yadav Died) हो गई है घर आ जाइये. जिसके बाद गया स्थित आवास से अपने पैतृक गांव बांके बाजार प्रखंड के लुटुआ थाना क्षेत्र के बाबूराम डीह पहुंचे, जहां देखा कि पिता का शव पहले से रखा हुआ है. किसी के द्वारा जानकारी मिली कि शव को गांव के चबूतरे पर छोड़ दिया गया था. सोनू कुमार गया शहर में सीमेंट का व्यवसाय करता है. उसने बताया कि पोस्टमार्टम को लेकर पुलिस-प्रशासन के लोग सहयोग कर रहे हैं.

"देखने से इंफेक्शन टाइप का लग रहा है केमिकल इंफेक्शन टाइप का. पहले से पिताजी के बीमार होने की कोई जानकारी नहीं थी. पिताजी से आखिरी बार वर्ष 2013-14 के आसपास मिले थे. हमसे कोई संपर्क नहीं था. पुलिस विभाग कोऑपरेट कर रही है. हमलोग पोस्टमार्टम के लिए आए हैं लेकिन डॉक्टर आए नहीं है."- सोनू कुमार, नक्सली संदीप यादव के बेटे

थानाध्यक्ष ने दी ये जानकारी: वहीं मौके पर मौजूद मगध मेडिकल थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने बताया कि नक्सली संदीप यादव का शव कड़ी सुरक्षा के बीच अहले सुबह पोस्टमार्टम रूम तक लाया गया है. सारी प्रक्रिया के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा. इस दौरान संदीप के परिजन एवं गांव के लोग भी यहां मौजूद हैं. सारी प्रक्रिया विधिवत पूरी की जाएगी.

"संदीप यादव की बॉडी पोस्टमार्टम के लिए आई है. करीब साढ़े 4-5 बजे बॉडी आई थी. प्रक्रिया पूरा किया जा रहा है. उसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जाएगी. पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि मौत का कारण क्या था."- शैलेश कुमार, थानाध्यक्ष, मगध मेडिकल

500 नक्सली कांड दर्जः संदीप यादव खिलाफ बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में करीब 500 नक्सली कांड दर्ज हैं. जानकारी के अनुसार विभिन्न राज्यों की पुलिस के द्वारा रखे गए इनामों को जोड़ दिया तो संदीप उर्फ विजय 84 लाख का इनामी माओवादी था. करीब 3 दशकों से बिहार झारखंड समेत विभिन्न राज्यों में विध्वंसक कांडों को अंजाम दिया था. बिहार में उसके खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं.


ईडी कर चुकी है संपत्ति जब्तः 2018 में देश में पहली बार ईडी ने किसी नक्सली नेता के खिलाफ कार्रवाई की थी तो वह संदीप यादव ही था. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने नक्सली संदीप यादव उर्फ विजय यादव उर्फ रूपेश की 86 लाख मूल्य की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया था. जब्त संपत्ति में भूखंड और फ्लैट की कीमत 50 लाख रुपया प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आंकी गयी थी. ईडी की ओर से यह जब्ती बिहार के गया और औरंगाबाद क्षेत्र से की गई थी.


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Last Updated : May 26, 2022, 12:24 PM IST
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