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Gaya cyber Crime: मैट्रिक फेल निकला साइबर क्राइम का सरगना, बिहार झारखंड के लोगों से करोड़ों की ठगी - Bihar Crime

Bihar Crime बिहार के गया में पुलिस ने तीन साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि तीनों अपराधियों में से एक मैट्रिक फेल है, जो इस गैंग का मुख्य सरगना है. तीनों ने मिलकर लोगों से एक करोड़ रुपए की ठगी की है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Feb 4, 2023, 11:50 PM IST

गयाः बिहार के गया में साइबर क्राइम (cyber crime in gaya) मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. सबसे चौकाने वाली बात है कि इसमें से एक अपराधी मैट्रिक फेल है, लेकिन साइबर अपराधी की दुनियां में माहिर है. मैट्रिक फेल होने के बाद भी गैंग का मुख्य सरगना है. यह अपने दो साथियों के साथ मिलकर बिहार झांरखंड के लोगों को एक करोड़ रुपए का चूना लगा चुका है.

यह भी पढ़ेंः Bombing in Patna: पटना में लाइब्रेरी में बम फेंकने का LIVE VIDEO, छात्रों में गुस्सा

फर्जी आधार कार्ड से सिम कार्ड की खरीदः पुलिस ने यह कार्रवाई बुनियादगंज थाना क्षेत्र में की. इस कार्रवाई के बारे में गया एसएसपी आशीष भारती ने दी. अपराधियों की पहचान टिंकू कुमार, सौरभ कुमार और संजीत कुमार के रूप में हुई है, जो बुनियादगंज थाना के मजवे गांव का रहने वाला है. सौरव कुमार पर साइबर क्राइम मामले में पहले भी केस दर्ज है और जेल जा चुका है. आरोपी के पास से फर्जी आधार कार्ड से ली गई सिम बरामद की गई है.

ओटीपी से घटना को देता था अंजामः एसएसपी ने बताया कि तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. यह तीनों साइबर अपराधी हैं. ये ओटीपी के माध्यम से लोगों को चूना लगाने का काम करते थे. इनके काम में सीएसपी की भी सांठगांठ सामने आई है. ओटीपी जानकर लोगों के पैसे सीएसपी में जमा करवा देते थे. इसके बाद वहां से अपने एकाउंट में लेने के लिए 1000 पर 10 रुपए कमीशन देने का काम करते थे.

बिहार-झारखंड के लोगों कोशिकार बनायाः यह गैंग बिहार-झारखंड के कई जिलों के लोगों को अपना शिकार बनाया है. शिकार हुए लोगों में पलामू, सारण, हजारीबाग, चतरा आदि जिले के ज्यादातर शामिल हैं. करीब एक करोड़ की इस तरह से ठगी करने का मामला सामने आया है. ग्राहकों को मोबाइल से या अन्य तरीकों से झांसे में लेकर इस तरह से साइबर अपराध का काम करते थे. ठगी करने के बाद अपराधी सिम कार्ड फेंक देता था, जो फर्जी होती थी. यह अपने गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों को 20% कमीशन देता था.

"पुलिस को इसके बारे में गुप्त सूचना मिली थी. इसी के आधार पर कार्रवाई की गई है. इस कार्रवाई में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. तीनों ने कई लोगों से एक करोड़ से अधिकी की ठगी की है. कार्रवाई की सूचना बिहार झारखंड के सभी जिलों में शेयर की जाएगी. इस तरह के गैंग के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी." -आशीष कुमार भारती, एसएसपी, गया

गयाः बिहार के गया में साइबर क्राइम (cyber crime in gaya) मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. सबसे चौकाने वाली बात है कि इसमें से एक अपराधी मैट्रिक फेल है, लेकिन साइबर अपराधी की दुनियां में माहिर है. मैट्रिक फेल होने के बाद भी गैंग का मुख्य सरगना है. यह अपने दो साथियों के साथ मिलकर बिहार झांरखंड के लोगों को एक करोड़ रुपए का चूना लगा चुका है.

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फर्जी आधार कार्ड से सिम कार्ड की खरीदः पुलिस ने यह कार्रवाई बुनियादगंज थाना क्षेत्र में की. इस कार्रवाई के बारे में गया एसएसपी आशीष भारती ने दी. अपराधियों की पहचान टिंकू कुमार, सौरभ कुमार और संजीत कुमार के रूप में हुई है, जो बुनियादगंज थाना के मजवे गांव का रहने वाला है. सौरव कुमार पर साइबर क्राइम मामले में पहले भी केस दर्ज है और जेल जा चुका है. आरोपी के पास से फर्जी आधार कार्ड से ली गई सिम बरामद की गई है.

ओटीपी से घटना को देता था अंजामः एसएसपी ने बताया कि तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. यह तीनों साइबर अपराधी हैं. ये ओटीपी के माध्यम से लोगों को चूना लगाने का काम करते थे. इनके काम में सीएसपी की भी सांठगांठ सामने आई है. ओटीपी जानकर लोगों के पैसे सीएसपी में जमा करवा देते थे. इसके बाद वहां से अपने एकाउंट में लेने के लिए 1000 पर 10 रुपए कमीशन देने का काम करते थे.

बिहार-झारखंड के लोगों कोशिकार बनायाः यह गैंग बिहार-झारखंड के कई जिलों के लोगों को अपना शिकार बनाया है. शिकार हुए लोगों में पलामू, सारण, हजारीबाग, चतरा आदि जिले के ज्यादातर शामिल हैं. करीब एक करोड़ की इस तरह से ठगी करने का मामला सामने आया है. ग्राहकों को मोबाइल से या अन्य तरीकों से झांसे में लेकर इस तरह से साइबर अपराध का काम करते थे. ठगी करने के बाद अपराधी सिम कार्ड फेंक देता था, जो फर्जी होती थी. यह अपने गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों को 20% कमीशन देता था.

"पुलिस को इसके बारे में गुप्त सूचना मिली थी. इसी के आधार पर कार्रवाई की गई है. इस कार्रवाई में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. तीनों ने कई लोगों से एक करोड़ से अधिकी की ठगी की है. कार्रवाई की सूचना बिहार झारखंड के सभी जिलों में शेयर की जाएगी. इस तरह के गैंग के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी." -आशीष कुमार भारती, एसएसपी, गया

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