गया: मोक्षधाम में विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर है. इस मंदिर में पूजा अर्चना और पिंडदान करने हर दिन हजारों लोग आते हैं. मंदिर के निकट श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शौचालय बनाया गया था. बिहार का सबसे सुंदर शौचालय का तमगा इस शौचालय को मिला हुआ है. लेकिन बीते लॉकडाउन के बाद से अब तक शौचालय बंद है. जिसके कारण तीर्थयात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
प्रतिपदा के लिए गया पहुंच रहे हजारों श्रद्धालु
दरअसल, सनातन परंपरा में अभी के महीने में प्रतिपदा चल रहा है. इस प्रतिपदा में गया में पिंडदान करने का अपना महत्व है. इस पितृपक्ष की अवधि को गया में मिनी पितृपक्ष भी कहा जाता है. इस मिनी पितृपक्ष में देश के अन्य जगहों से पिंडदानी पिंडदान करने गया में पहुंच रहे हैं. लेकिन गया में उनके बुनियादी सुविधाओं का ख्याल जिला प्रशासन और नगर प्रशासन नहीं रख रहा है. गया नगर निगम ने सुंदर सा दिखने वाला शौचालय में ताला लगा दिया है.
साल 2019 में शौचालय शुरू किया गया था
स्थानीय गोकुल दुबे बताते हैं कि पहले इस स्थल पर पे एंड यूज वाला शौचालय था. जिसे तोड़कर सुंदर और सुविधाओं के साथ शौचालय का निर्माण करवाया गया था. साल 2019 में पितृपक्ष मेला के दौरान शौचालय को शुरू किया गया. मेला समाप्ति के बाद शौचालय का मेंटनेंस नहीं होने लगा. इसमें गंदगी का अंबार लग गया. जिसकी वजह से नगर निगम ने इसको बन्द कर दिया. इस ठंड के मौसम में पिंडदानी और पर्यटकों को शौच के लिए एक मात्र विकल्प नदी के किनारे बचता है.
ईटीवी की पहल के बाद खुली निगम की आंख
वहीं, ईटीवी भारत ने गया नगर निगम के आयुक्त को इस बाबत शौचालय के बारे में जानकारी दी. नगर आयुक्त सावन कुमार ने कहा ईटीवी के द्वारा इस मामला संज्ञान में आया है. एक से दो दिन में उस शौचालय को पुनः चालू करवा दिया जाएगा.
गौरतलब है कि साल 2019 में विष्णुपद मंदिर सहित उसके आसपास क्षेत्रों में हृदय योजना के तहत करोड़ों रूपये की लागत से सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया था. इसी बीच पिंडदानी और पर्यटकों के सुविधा के लिए कीमती पत्थर से विष्णुपद मंदिर के समीप एक डीलक्स शौचालय का निर्माण किया गया था. जिसका उद्धघाटन पिछले वर्ष पितृपक्ष मेला के दौरान हुआ था. उद्घाटन कुछ महीने बाद ही शौचालय में ताला लटक गया.