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आइसोलेशन वार्ड दुष्कर्म मामले में मांझी ने उठाई जांच की मांग, कहा- राज्य स्तरीय जांच कमेटी का हो गठन

गया के मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में सामने आए दुष्कर्म के मामले ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू दिया है. पूर्व सीएम ने इसपर जांच की मांग उठाई है.

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Published : Apr 10, 2020, 11:56 PM IST

गया: आइसोलेशन वार्ड में दुष्कर्म मामले में राजनीतिक दलों ने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दी है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने इसमें उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. वहीं, मांझी के बयान पर डीएम व एसएसपी ने कहा है कि इस मामले में गहन जांच चल रही है. दोषी पाए जाने वाले पर सख्त कार्रवाई होगी.

पूर्व सीएम ने की जांच की मांग

बता दें कि मृत महिला पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के विधानसभा क्षेत्र के बांकेबाजर प्रखंड की रहने वाली थी. उन्होंने कहा कि अस्पताल और जिला प्रशासन की जांच से परिजन खुश नहीं हैं तो मैं स्वास्थ्य मंत्री से बात कर राज्यस्तरीय जांच कमिटी बनाने के लिए कहूंगा.

क्या कहते हैं अधिकारी?

इस मामले में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में इस तरह की घटना होना बड़ी बात है. इन परिस्थितियों में आरोपों पर बिना अनुसंधान का रिजल्ट आए कुछ भी कहना उचित नहीं है. वहीं, एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि मीडिया के माध्यम से हमें मामले की जानकारी मिली. स्थानीय थानाध्यक्ष को भेजकर मृतका की मां से जानकारी लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है.

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जिला प्रशासन ने दिया जांच का भरोसा

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि 22 वर्षीय महिला लॉकडाउन में जालंधर से एम्बुलेंस के जरिए गया के रौशनगंज पहुंची थी. महिला की पहले से तबियत खराब थी. मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसे एक अप्रैल को इमरजेंसी में भर्ती किया गया था. उसके बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया. जब मृतका की सास मिलने गयी तो महिला ने अपने साथ छेड़खानी की बात कही. सास ने इसकी शिकायत गॉर्ड से की तो गार्ड ने चुप रहने को बोला. उसके बाद महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया. डिस्चार्ज होने के बाद वह डिप्रेशन रहने लगी और 6 अप्रैल को सुबह में उसकी मौत हो गई. अब सास का आरोप है कि बहु की मरने की वजह अस्पताल में छेड़खानी की घटना है.

गया: आइसोलेशन वार्ड में दुष्कर्म मामले में राजनीतिक दलों ने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दी है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने इसमें उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. वहीं, मांझी के बयान पर डीएम व एसएसपी ने कहा है कि इस मामले में गहन जांच चल रही है. दोषी पाए जाने वाले पर सख्त कार्रवाई होगी.

पूर्व सीएम ने की जांच की मांग

बता दें कि मृत महिला पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के विधानसभा क्षेत्र के बांकेबाजर प्रखंड की रहने वाली थी. उन्होंने कहा कि अस्पताल और जिला प्रशासन की जांच से परिजन खुश नहीं हैं तो मैं स्वास्थ्य मंत्री से बात कर राज्यस्तरीय जांच कमिटी बनाने के लिए कहूंगा.

क्या कहते हैं अधिकारी?

इस मामले में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में इस तरह की घटना होना बड़ी बात है. इन परिस्थितियों में आरोपों पर बिना अनुसंधान का रिजल्ट आए कुछ भी कहना उचित नहीं है. वहीं, एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि मीडिया के माध्यम से हमें मामले की जानकारी मिली. स्थानीय थानाध्यक्ष को भेजकर मृतका की मां से जानकारी लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है.

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जिला प्रशासन ने दिया जांच का भरोसा

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि 22 वर्षीय महिला लॉकडाउन में जालंधर से एम्बुलेंस के जरिए गया के रौशनगंज पहुंची थी. महिला की पहले से तबियत खराब थी. मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसे एक अप्रैल को इमरजेंसी में भर्ती किया गया था. उसके बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया. जब मृतका की सास मिलने गयी तो महिला ने अपने साथ छेड़खानी की बात कही. सास ने इसकी शिकायत गॉर्ड से की तो गार्ड ने चुप रहने को बोला. उसके बाद महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया. डिस्चार्ज होने के बाद वह डिप्रेशन रहने लगी और 6 अप्रैल को सुबह में उसकी मौत हो गई. अब सास का आरोप है कि बहु की मरने की वजह अस्पताल में छेड़खानी की घटना है.

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