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गया के चैंबर ऑफ कॉमर्स की मांग, बजट में GST का सरलीकरण करे सरकार - government

आम बजट के लेकर सभी को सरकार के काफी उम्मीदें हैं. गया के चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान सदस्य अनूप केडिया ने कहा कि सरकार को जीएसटी में और सुधार करनी चाहिए.

गया के चैंबर ऑफ कॉमर्स की मांग
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Published : Jul 4, 2019, 3:30 PM IST

गया: आगामी 5 जुलाई को पेश होने वाले आम बजट से गया के लोगों को काफी उम्मीदे हैं. अंतराष्ट्रीय पहचान रखने वाला बिहार का प्रमुख स्थान गया और बोधगया आज तक बौद्ध सर्किट से नहीं जुड़ सका है. लोगों को मलाल है कि इस राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्थान की सरकार ने उपेक्षा की है. लेकिन वर्तमान के मोदी सरकार से लोगों को काफी उम्मीद है.

बजट को लेकर सरकार से अपेक्षा
गया के चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान सदस्य अनूप केडिया ने बजट को लेकर अपनी अपेक्षा जताई है. उन्होंने कहा कि सरकार को वर्तमान आयकर छूट सीमा को और अधिक बढ़ाना चाहिए. इससे व्यवसायी और आम जनता को राहत मिलेगा. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने जीएसटी का स्वागत किया है. जीएसटी में कई सुधार समय दर समय किया गया है, लेकिन छोटे व्यापारियों के जीएसटी का सरलीकरण नहीं किया गया है. जीएसटी में और सुधार की जरूरत है.

पेश है रिपोर्ट

स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का कार्य जल्द शुरू हो
समाजसेवी विजय कुमार मिठू का कहना है कि साल 2008 में स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का शिलान्यास रामविलास पासवान ने किया था. 2008 के बाद 2013 में स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का काम कागजी तौर पर आगे बढ़ा था. उसके बाद से इसमें कोई सुधार नहीं हुआ है. मोदी सरकार से अपेक्षा है कि इस स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का कार्य शुभारंभ कराएं. इधर तिलैया- ढाढर परियोजना का कार्य आज तक शुरू नहीं हो सका है. इस योजना के बनने से गया सहित मगध के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा.

रेल और विमान सेवा पर ध्यान दे सरकार
समाजसेवी बाबूलाल प्रसाद ने बताया कि गया के विष्णुपद में अपने पूर्वजों के मोक्ष प्राप्ति लिए देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं. बोधगया बौद्ध अनुयायी के लिए मक्का मदीना जैसा है. लोग यहां दूर दूर से आते हैं लेकिन यहां रेलवे सेवा और विमान सेवा की विशेष व्यवस्था नहीं है. गया से महानगर के लिए सीधे ट्रेन नहीं है. यहां दिल्ली जाने के लिए ट्रेन कम है. यहां से फ्लाइट घेरलू स्तर पर उड़ान नहीं भरती है. आगामी बजट में सरकार से अपेक्षा हैं कि महानगर के लिए सीधे ट्रेन चलाई जाए और घेरलू उड़ान की भी शुरुआत की जाए.

गया: आगामी 5 जुलाई को पेश होने वाले आम बजट से गया के लोगों को काफी उम्मीदे हैं. अंतराष्ट्रीय पहचान रखने वाला बिहार का प्रमुख स्थान गया और बोधगया आज तक बौद्ध सर्किट से नहीं जुड़ सका है. लोगों को मलाल है कि इस राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्थान की सरकार ने उपेक्षा की है. लेकिन वर्तमान के मोदी सरकार से लोगों को काफी उम्मीद है.

बजट को लेकर सरकार से अपेक्षा
गया के चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान सदस्य अनूप केडिया ने बजट को लेकर अपनी अपेक्षा जताई है. उन्होंने कहा कि सरकार को वर्तमान आयकर छूट सीमा को और अधिक बढ़ाना चाहिए. इससे व्यवसायी और आम जनता को राहत मिलेगा. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने जीएसटी का स्वागत किया है. जीएसटी में कई सुधार समय दर समय किया गया है, लेकिन छोटे व्यापारियों के जीएसटी का सरलीकरण नहीं किया गया है. जीएसटी में और सुधार की जरूरत है.

पेश है रिपोर्ट

स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का कार्य जल्द शुरू हो
समाजसेवी विजय कुमार मिठू का कहना है कि साल 2008 में स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का शिलान्यास रामविलास पासवान ने किया था. 2008 के बाद 2013 में स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का काम कागजी तौर पर आगे बढ़ा था. उसके बाद से इसमें कोई सुधार नहीं हुआ है. मोदी सरकार से अपेक्षा है कि इस स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का कार्य शुभारंभ कराएं. इधर तिलैया- ढाढर परियोजना का कार्य आज तक शुरू नहीं हो सका है. इस योजना के बनने से गया सहित मगध के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा.

रेल और विमान सेवा पर ध्यान दे सरकार
समाजसेवी बाबूलाल प्रसाद ने बताया कि गया के विष्णुपद में अपने पूर्वजों के मोक्ष प्राप्ति लिए देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं. बोधगया बौद्ध अनुयायी के लिए मक्का मदीना जैसा है. लोग यहां दूर दूर से आते हैं लेकिन यहां रेलवे सेवा और विमान सेवा की विशेष व्यवस्था नहीं है. गया से महानगर के लिए सीधे ट्रेन नहीं है. यहां दिल्ली जाने के लिए ट्रेन कम है. यहां से फ्लाइट घेरलू स्तर पर उड़ान नहीं भरती है. आगामी बजट में सरकार से अपेक्षा हैं कि महानगर के लिए सीधे ट्रेन चलाई जाए और घेरलू उड़ान की भी शुरुआत की जाए.

Intro:गया धार्मिक स्तर से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मह्त्व रखता है, सालो भर पर्यटन से गुलजार रहता है गया शहर और बोधगया।मोदी सरकार पार्ट 2 गया के जनता को आगामी बजट में अपेक्षा है। मोदी सरकार पार्ट 1 विष्णुपद और बोधगया में हृदय योजना, अमृत योजना , प्रसाद योजना के तहत कार्य हुआ लेकिन आज तक जमीन नही उतर सका हैं। ये योजनाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर के भव्यता के लिए पर्याप्त नही। आगामी बजट को लेकर ईटीवी संवददाता ने चैम्बर ऑफ कॉमर्स और समाजसेवियो से लिया राय।


Body:अंतराष्ट्रीय पहचान रखने वाला बिहार का प्रमुख स्थान गया और बोधगया आज तक बौद्ध सर्किट से नही जुड़ सका। लोगो को मलाल हैं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्थान का सरकार ने उपेक्षा किया है लेकिन वर्तमान के मोदी सरकार 2 से अपेक्षा हैं।

गया के चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान सदस्य अनूप केडिया ने बजट को लेकर अपेक्षा दो हैं। पहला वर्तमान आयकर छूट सीमा को और अधिक करना चाहिए । व्यवसायी और आम जन को राहत मिलेगा। दूसरा हमलोग ने जीएसटी का स्वागत किया। जीएसटी में कई सुधार समय दर समय किया गया हैं। लेकिन जीएसटी छोटे व्यापारियों के सरलीकरण नही हुआ है। बजट में व्यवसायी के लिए फ्रेंडली और सिमिलिट्री बनाना चाहिए।

समाजसेवी विजय कुमार मिठू ने बताया यूपीए सरकार ने 2008 में स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का शिलान्यास दिसम्बर में रामविलास पासवान ने किया था। 2008 के बाद 2013 में स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का कागजी काम बढ़ा था। मोदी सरकार आने पर इस पर कोई कार्य आगे नही बढ़ा इसके साथ बेतिया में शुरुआत हुआ स्टील प्रोसेसिंग यूनिट बेतिया बनकर तैयार होगया हैं। इस सरकार से अपेक्षा हैं इस स्टील प्रोसेसिंग यूनिट को कार्य शुभारंभ करवाने का योजना लाये। दूसरा तिलैया- ढाढर परियोजना के कार्य आज तक शुरू नही हो सका। बिहार से झारखंड के बंटवारा बाद ढाढर योजना नाम पडा। ये योजना में आज तक कोई कार्य मे बढ़ोतरी नही हुआ। ये योजना बने से गया सहित मगध के किसानों के सिचाई लिए पानी मिलेगा।

समाजसेवी बाबूलाल प्रसाद ने बताया गया के विष्णुपद में अपने पूर्वजों के मोक्ष प्राप्ति लिए देश विदेश श्रद्धालु आते हैं और बोधगया बौद्ध अनुयायी के लिए मक्का मदीना जैसा है। इन दो धार्मिक स्थलों के साथ ओटीए, सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वजह सालो भर भक्त और पर्यटक आते हैं। लेकिन यहां रेल सेवा और वायु सेवा का विशेष व्यवस्था नही है। गया से महानगर के लिए सीधे ट्रैन नही है। दिल्ली जाने के लिए ट्रेन कम है। वायु सेवा में फ्लाइट घेरलू स्तर का उड़ान नही है। पर्यटक के मौसम में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट उड़ान भरता हैं। आगामी बजट में सरकार से अपेक्षा हैं महानगर के लिए सीधे ट्रैन चलाया जाये और घेरलू उड़ान का भी शुरुआत किया जाएगा।




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